अजब गजब

Success Story: पढ़ाई-लिखाई नहीं आई काम, तो इस शख्स ने कमाई का निकाला अनोखा तरीका, अब रोजाना 4 हजार की बिक्री

पूर्णिया:- सभी काम मेहनत से नहीं, बल्कि कुछ काम दिमाग से भी हो जाते हैं, वो भी बहुत आसान तरीके से, ऐसा ही काम पूर्णिया के इंटर पास युवा मोo मोसोबीर आलम कर रहे हैं, जिन्होंने पिछले दो साल से कमाने का तरीक अन्य लोगों से बदल दिया और आज कुछ घंटो की दुकानदारी से ही वो अच्छा-खासा इनकम कमा लेते हैं. 

ऑटो पर बना ली किताब की दुकान
दिमाग और मेहनत के सामने किस्मत को भी झुकना पड़ता है. दरअसल कभी-कभी कम पढ़े-लिखे लोग, पढ़े-लिखे लोगों से ज्यादा कमा लेते हैं. सच में यह सुनकर आपको अजीब लगता होगा, लेकिन ये कहानी सच है. जानकारी देते हुए पूर्णिया डगरूवा प्रखंड के दरियापुर वार्ड नंबर 1 के रहने वाले युवा मोo मोसोबीर ने लोकल 18 को बताते हैं कि 2 साल पहले वो बेरोजगार थे.

उन्होंने इंटर तक की पढाई करने के बाद काम की तलाश में थे, पर काम नही मिला. धीरे-धीरे पारिवारिक स्थिति कमजोर होने के साथ तीन बहनों की शादी का भार भी उनके सिर पर आ गया. अन्य समस्याओं को झेलते हुए उन्होंने किराये का टेम्पू लेकर स्कूल के बच्चों को ले जाने का काम शुरू किया. लेकिन उन्हें उतना मुनाफा नहीं होता था और उनके कई सारे काम रूक जाते थे. फिर चलते-फिरते अचानक उनके दिमाग मे एक ख्याल आया कि बिजनेस किया जाए और उन्होंने मेहनत शुरू कर दी.

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चलती-फिरती स्टेशनरी की दुकान
पूर्णिया के डगरूआ के युवा मोo मोसोबीर ने Local 18 को आगे बताया कि उन्हें पैसा कमाने का शौक था. उस काम को छोड़कर उसी टेम्पू में बच्चों की पढाई-लिखाई का सामान, स्टेशनरी समान के साथ फोटो कॉपी और ऑनलाइन फॉर्म भरने की सभी व्यवस्था कंप्यूटर सहित अन्य संबंधित सभी सामान इसी टेम्पू में भरकर अपनी चलती-फिरती दुकान बना ली. रोजना के सुबह नौ बजे से शाम के 4 बजे तक पूर्णिया के महिला महाविद्यालय के मुख्य द्वार के सामने सड़क किनारे अपनी दुकान लगाते हैं. वही उनकी इस चलती-फिरती दुकान पर महाविद्यालय से आये छात्र छात्राओं और अन्य आने-जाने वाले लोगों के द्वारा भी सामान की खरीदारी की जाती है और लोगों की भीड़ लगी रहती है. अब वो रोजाना तीन से चार हजार रुपये तक कुछ घंटो में आमदनी कर लेते हैं, जिससे उन्हें अपने और अपने परिवार का पेट चलाना आसान हो जाता है.

Tags: Bihar News, Local18, Purnia news


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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