Dhar News Challan Issued On 30 May 2024 For A Bike Stolen Three Years Ago – Amar Ujala Hindi News Live

चोरी हुई बाइक और पीड़ित युवक
– फोटो : अमर उजाला
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धार पुलिस से जुड़ा एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जिसके अंतर्गत आज से तीन साल पहले यानी 2021 में कुक्षी के अमलझुमा गांव के खेत से एक युवक की बजाज सीटी-100 बाइक अज्ञात व्यक्ति चुराकर ले गया था। इसकी पीड़ित युवक ने कुक्षी थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई थी।
बता दें कि पुलिस जांच पड़ताल कर तलाशने की बात करती रही। इसी दौरान तीन साल बाद 30 मई 2024 को धामनोद थाना अंतर्गत चोरी गई बाइक का 300 रुपये का ई-चालान काटा गया, जिसकी जानकारी पीड़ित युवक को एम परिवहन नामक एप पर अपनी बाइक के नंबर सर्च करने पर लगी। इससे युवक के होश ही उड़ गए और वो आज (बुधवार) कुक्षी थाने पर अपनी चोरी गई बाइक को वापस पाने के लिए धामनोद थाने पर काटे गए ई-चालान संबंधित जानकारी लेकर आवेदन देने पहुंचा।
ऐसा है पूरा मामला
दरअसल, यह पूरा वाक्या पुलिस सिस्टम की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठा रहा है। इस पूरे वाक्ये को लेकर बाइक MP-11 NE-4797 बजाज सिटी-100 के मालिक लखन सोलंकी आज से तीन साल पहले अपनी चोरी गई बाइक के धामनोद थाना क्षेत्र में कटे ई-चालान की एप पर जानकारी लगते ही कुक्षी थाने पर चालन संबंधी जानकारी के कागजात लेकर आवेदन देने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि तीन साल पहले 30 दिसंबर 2021 को उनके गांव अमलझुमा के खेत से करीब साढ़े चार बजे अज्ञात व्यक्ति बाइक चुराकर ले जाने तथा इसके बाद उन्होंने कुक्षी थाने पर पहुंचकर चोरी की घटना के संबंध में FIR दर्ज कराने और बाइक को ढूंढने का हर प्रयास किए जाने की जानकारी देते हुए बोले कि कुछ दिनों पूर्व वे ई-परिवहन एप पर अपनी बाइक का नंबर सर्च कर जानकारी देख रहे थे।
ऐसे में धामनोद थाने के अंतर्गत 30 मई 2024 को इसी नंबर की उनकी बाइक बजाज सीटी-100 का एक 300 रुपये का ई-चालान पुलिस द्वारा काटे जाने की जानकारी लगते ही उनके होश उड़ गए। वे इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी जुटाने में लगे तथा ई-परिवहन एप से चालान की कॉपी सहित FIR की कॉपी आदि दस्तावेज लेकर कुक्षी थाने पर पहुंचे हैं। अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनकी चोरी की गई बाइक का दुरुपयोग किए जाने को लेकर पुलिस द्वारा शीघ्र ही बाइक जब्त कर बाइक दिलवाने का ज्ञापन सौंपा है।
अब इस पूरे घटनाक्रम को लेकर धार जिला पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर भी सवाल उठने लगे हैं कि बड़े-बड़े कुख्यात गैंगस्टर अपराधियों को पकड़ने वाली पुलिस के पास तीन साल पहले चोरी गई बाइक की सारी जानकारी होने के बाद भी जिले के ही दूसरे थाना क्षेत्र में इन वारदातों को लेकर क्या जानकारियां साझा नहीं की जाती या अनजाने में ही पुलिस ने कार्रवाई को कर दिया। चोरी गई बाइक को तलाशा ही नहीं गया या फिर एप पर बताई जा रही जानकारी झूठी है। अब इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की जांच पड़ताल के बाद ही माजरा क्लियर होगा।
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