Khandwa Nagar Nikay Election Result:ओंकारेश्वर नगर परिषद में भाजपा का कब्जा, कांग्रेस ने जीती तीन सीटें – Khandwa Nagar Nikay Election Result Bjp Captured In Omkareshwar Municipal Council

ओंकारेश्वर नगर परिषद में भाजपा का कब्ज़ा
– फोटो : अमर उजाला
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मध्यप्रदेश के खंडवा की तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में हुए नगर परिषद के चुनावों में भाजपा ने एक बार फिर से अपना परचम लहराया है। ओंकारेश्वर के कुल 15 में से नौ वॉर्डों में भाजपा के पार्षद जीत गए हैं तो वहीं, छह वॉर्डों में कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। सुबह आए परिणामों में सबसे पहले कांग्रेस ने अपना खाता खोलते हुए वॉर्ड सात से कांग्रेस प्रत्याशी चंपा जीजी ने जीत दर्ज की, जिसके बाद वॉर्ड 12 में मामला टाई हो गया। यहां भाजपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टी के प्रत्याशी को 86-86 वोट मिले, जिसके बाद सिक्का उछाल कर किए गए फैसले में कांग्रेस के रोमी चौकसे ने जीत दर्ज की। बता दें कि ओंकारेश्वर में महाकाल लोक की तर्ज पर आदि शंकराचार्य की मूर्ति की स्थापना सरकार द्वारा की जानी है, तो वहीं, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने भी ओंकारेश्वर पहुंचकर मां नर्मदा की आरती की थी। इसी का परिणाम है कि पिछली परिषद में जहां कांग्रेस के मात्र तीन पार्षद थे, इस बार संख्या बढ़कर छह हो गई है। हालांकि 2011 में कांग्रेस की ही प्रत्याशी ने ही नगर परिषद अध्यक्ष पद का चुनाव जीता था।
बता दें, भाजपा सरकार इस तीर्थनगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर आदि गुरू शंकराचार्य की आदमकद प्रतिमा स्थापित कर रही है। वहीं, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नर्मदा आरती की थी। ओंकारेश्वर में सड़क, सीवरेज, अतिक्रमण, रोजगार जैसे स्थानीय मुद्दे भी हैं। कई वॉर्डों में भाजपा से बागी नेता भी चुनाव लड़ रहे हैं। पिछली परिषद भाजपा की रही थी, तब कांग्रेस के हिस्से में 15 में से तीन वॉर्ड आए थे। इस बार कांग्रेस ने भाजपा से तीन और वॉर्ड छीन कर अपना प्रदर्शन बेहतर किया है। हालांकि दोनों दी दल अपनी-अपनी परिषद बनने का दावा कर रहे थे।
इस बार परिषद अध्यक्ष का चुनाव सीधे पार्षद करेंगे। 2011 के नगर परिषद चुनाव में कांग्रेस की परिषद बनी थी, तब कांग्रेस के टिकट पर आदिवासी महिला माया बाई सीधे जनता द्वारा अध्यक्ष चुनी गई थीं। इस बार चुनाव में पार्षद ही अध्यक्ष चुनेंगे, अध्यक्ष पद भी महिला आदिवासी के लिए आरक्षित है।
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