ससुराल का मिला साथ, हाउसवाइफ से बिजनेसवुमन बनी बहू, अब खुद की दुकान, रोज 20 हजार की सेल

रांची. एक गृहणी के लिए घर से बाहर निकलकर अलग पहचान बनाना इतना आसान नहीं होता. लेकिन, सास-ससुर के सहयोग और अपनी मेहनत के दम पर रांची की ज्योति आज सफल बिजनेसवुमन हैं. किशोरगंज में रहने वाली ज्योति ने. हाउसवाइफ से कारोबारी तक का सफर बड़ी शालीनता से तय किया.
ज्योति ने Local 18 को बताया कि आज रांची के अपर बाजार (जो रांची का सेंटर पॉइंट है) में उनकी खुद की शॉप है. इसका नाम पहनावा है. यह दुकान अपर बाजार की रंगरेज गली में है. बताया कि अपनी दुकान खोलना कभी उनके लिए आसान नहीं था. सबसे पहले उन्होंने घर से ही बिजनेस शुरू किया. फिर मेले में जाकर स्टॉल लगाने का काम किया.
घर से शुरू किया काम
ज्योति बताती हैं कि सबसे पहले घर से काम शुरू किया और इस काम में मेरे साथ-साथ मेरी तीन जेठानी हैं, उन्होंने पूरा साथ दिया. साथ ही मेरे सास-ससुर और देवर भी लगे रहे, जो काम में पूरा सहयोग करते हैं. हम सब साथ मिलकर इस बिजनेस को संभालते हैं. परिवार का विशेष सहयोग की वजह से ही आज यह संभव हो पाया है.
जेठानी, सास-ससुर, देवर का सहयोग
आगे बताया सबसे पहले तो हम जयपुर से होलसेल रेट पर कुर्तियां मंगाते हैं. हमारे पास आपको 18-20 वैरायटी की कुर्ती मिलेगी. हर एक कुर्ती हमारे पास उपलब्ध रहती है जो आप किसी बड़े-बड़े ब्रांड के शोरूम में देखेंगे. चाहे वी शॉप हो या पाकिस्तान, अफगानी व प्लाजो सेट से लेकर गाउन के विशेष रेंज यहां आपको मिलेंगे. यहां लोग खरीदारी इसलिए ज्यादा करते हैं क्योंकि हमारी दुकान पर कपड़ों का रेट बाजार से आधा है.
व्हाट्सएप से मार्केटिंग
ज्योति ने आगे बताया कि सबसे पहले तो यह काम घर से ही शुरू हुआ और हमने व्हाट्सएप में महिलाओं का ग्रुप बनाया. स्टेटस में कुर्ती और डिजाइनर कपड़ों की जानकारी साझा की. वहीं से ऑर्डर आना शुरू हो गए. क्योंकि हमारी क्वालिटी, फैब्रिक और दाम सब वाजिब हैं, इसलिए एक बार जो हमसे कपड़ा खरीद ले, वह पेटेंट कस्टमर बन जाता है. माउथ मार्केटिंग की वजह से भी लोग आना शुरू हो गए.
कई राज्यों से आते हैं ऑर्डर
हमारे पास हर कुर्ती का रेंज 1500 से 2000 के बीच में होता है और हर दिन 10 से 15 पीस कुर्ती निकल ही जाती है. ऐसे में हर दिन ₹20,000 तक की सेल हो जाती है. लेकिन, यहां तक आने में करीब 10 साल लग गए. कस्टमर का भरोसा जीतना सबसे जरूरी है. हमारी क्वालिटी की वजह से आज ऑर्डर्स बिहार, दिल्ली, बैंगलोर व यूपी से आते हैं.
ईमानदारी बेहद जरूरी
ज्योति बताती हैं किसी भी बिजनेस या फिर काम में सफलता के लिए ईमानदारी सबसे बड़ी कुंजी है. हमारा जो वाजिब प्राइस होता है, हम अक्सर कस्टमर से वही लेते हैं और उसमें एक नंबर क्वालिटी देते हैं. यही कारण है एक बार जो ग्राहक आता है, वह लौट के दोबारा जरूर आता है. इसमें थोड़ा अधिक समय लगेगा, लेकिन सफलता देर से ही सही मिलती जरूर है.
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Tags: Local18, Ranchi news, Success Story, Successful businesswoman
FIRST PUBLISHED : April 26, 2024, 15:14 IST
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