मध्यप्रदेश

MP Bhopal BHEL Officer Honey Trap Case Update| Govindpura | भेल डीजीएम ने बताया- हनीट्रैप में कैसे फंसे: कहा-स्क्रैप कारोबारी ने लड़कियों से दोस्ती कराई, होटल रूम में भेजा; फिर वीडियो भेजकर 25 लाख मांगे – Madhya Pradesh News

‘उसने मुझे होशंगाबाद रोड की एक होटल में पार्टी में बुलाया। फिर वहां दो लड़कियों से परिचय करवाया। इसमें एक लड़की को उसने मेरे कमरे में भेजकर वहां प्री प्लांट ढंग से वीडियो बनाए। इन्हीं वीडियो को दिखाकर मुझसे 25 लाख रुपए की डिमांड की। मैंने पैसे देने से

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ये कहना है भोपाल के भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड के डीजीएम का, जो हनीट्रैप का शिकार हुए हैं। उनका कहना है कि उनके पास इस बात के पूरे सबूत हैं कि जिन लोगों ने उन्हें ट्रैप किया है, उनके कनेक्शन कांग्रेस सरकार के दौरान अफसरों को हनीट्रैप में फंसाने वाले गैंग से है।

डीजीएम ने कहा कि उनके पुराने परिचित स्क्रैप कारोबारी ने ही इस ट्रैप की पूरी स्क्रिप्ट लिखी। डीजीएम की शिकायत पर गोविंदपुरा पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठित कर दी गई है। डीजीएम ने दैनिक भास्कर से बताया कि आखिर वो कैसे इस गैंग के चंगुल में फंसे।

पुलिस गिरफ्त में ब्लैकमेलिंग का आरोपी स्क्रैप कारोबारी शशांक उर्फ सन्नी वर्मा।

पढ़िए डीजीएम की जुबानी…. क्या हुआ था

‘शंशाक उर्फ सन्नी वर्मा से मेरी पुरानी पहचान है। मैं शक्ति नगर में रहता हूं। वह साकेत नगर में रहता है। भेल में वह स्क्रैप ठेकेदारी का काम करता है। 14 अगस्त को उसने मुझे द सेलेस्टियल पार्क होटल होशंगाबाद रोड पर बुलाया। उसने उसी पार्टी में बताया कि छिंदवाड़ा में फैक्ट्री को स्क्रैप करना है।’

‘मुझे इस काम का अनुभव है, इसलिए उसने अपने पाटर्नर के साथ मेरी मीटिंग करवाई। इस दौरान हमने ई-ऑक्शन, एमएमपीसी ऑक्शन और आइटम वाइज ऑक्शन पर बात की थी । वहांदौरान सलवार सूट पहनी हुई कश्मीरी टाइप लगने वाली लड़की भी मौजूद थी। मीटिंग के बाद शशांक ने मेरी उससे मुलाकात करवाई।’

‘धीरे-धीरे मेरी उस लड़की से बातचीत हुई और हम कमरे में चले गए। शशांक ने ही वहां मेरे लिए कमरा बुक करवाया था। 15 अगस्त को शशांक ने 14 सेकेंड का एक वीडियो मुझे वॉट्सऐप किया।’

रेप के मामले में फंसाने की धमकी दी

डीजीएम ने कहा- ‘शशांक मुझे लगातार एक मैडम के नाम से डरा रहा था और उसने मेरी उनसे बातचीत भी करवाई। जब उनके जाल में मैं फंस गया, तब मुझे पता चला कि वे कई लोगों को इस तरह अपने जाल में फंसाते हैं। शशांक ने एक महिला का नाम लेकर कहा कि आप जानते हैं कि उसने कितने नेताओं और अफसरों को फंसाया है? अब बारी आपकी है। हम 376 के केस में तुम्हें फंसा देगें।’

‘डिमांड मानने से मना करने पर धमकी दी कि वीडियोज सोशल मीडिया पर अपलोड कर देगा। इसके बाद किस्तों में रकम देने की बात की। पहली किस्त के तौर पर एक लाख रुपए कैश लिए। फिर 50 हजार रुपए और ले लिए। 30 अगस्त को शशांक ने 5 लाख रुपए मांगे।’

फर्जी क्राइम ब्रांच अफसर बनकर किया फोन

भेल के अफसर ने पुलिस को बताया कि, ‘आरोपी शशांक ने रशियन बताकर जिस महिला को होशंगाबाद रोड स्थित होटल में भेजा था, उसे छोड़ने दीपक आया था। लड़की उसी के साथ लौट भी गई थी। यह घटना 14 अगस्त की है। 15 अगस्त को शशांक ने रुपए की डिमांड की तो मैंने मना कर दिया।’

‘इसके बाद मेरे मोबाइल नंबर पर युवक का कॉल आया, जिसने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया था। दबाव बनाया कि रेप के केस से बचना चाहते हो तो रकम शशांक को दे दो।’

जया नाम की महिला का नाम भी सामने आया इन चारों के अलावा पुलिस को जया नाम की एक महिला का भी पता चला है। वह एमपी नगर में रहती है। पुलिस ने जब उसके घर दबिश दी तो वह घर पर नहीं थी। उसकी बेटियों ने बताया, मां क्या करती थी उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है, केवल इतना पता है कि वो ब्यूटी पार्लर चलाती है।

इस पूरे मामले में चार महिलाओं ममता द्विवेदी, पूजा राजपूत, जया और उज्बेक महिला की मिलीभगत सामने आ चुकी है। उज्बेकिस्तानी महिला कॉल गर्ल बताई जा रही है। बाकी तीनों महिलाएं दलाली का काम करती हैं। तीनों भोपाल में सक्रिय रही हैं। अलग-अलग होटलों में डिमांड के मुताबिक लड़कियों को सप्लाई करने का काम करती हैं।

पुलिस को ये भी पता चला है कि इन महिला दलालों ने बाकायदा सिस्टम बना रखा है। इसके तहत लड़की की बुकिंग के बाद ये एडवांस रकम ऑनलाइन लेती हैं। उसके बाद एक युवक कॉल गर्ल को तय जगह तक लाने और ले जाने का काम करता है।

जांच के लिए SIT बनाई गई है, जो अब तक 20 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है।

जांच के लिए SIT बनाई गई है, जो अब तक 20 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है।

पूरे मामले की जांच कर रही SIT

हनीट्रैप के इस मामले की जांच SIT र रही है। इसकी कमान सहायक पुलिस आयुक्त दीपक नायक को सौंपी गई है। पूछताछ में मुख्य आरोपी शशांक वर्मा ने कई चौंकाने वाली जानकारियां दी हैं। उसने पुलिस को बताया कि BHEL अफसर अपनी मर्जी से जबलपुर गया था।

हालांकि पुलिस मान रही है कि आरोपी ने यह बात जांच प्रभावित करने के मकसद से कही है। आरोपी की सीडीआर भी आ गई है। इससे पता चला है कि भेल के अफसर और आरोपी शशांक वर्मा के बीच पिछले एक महीने में 100 से ज्यादा बार बात हुई। सीडीआर में कई संदिग्ध नंबर भी हैं।

इस बात की पूरी संभावना है कि इनमें कई नंबर दलालों के हैं। यह दावा इसलिए और मजबूत है, क्योंकि आरोपी के मोबाइल में कई लड़कियों के फोटो और वीडियो मिल चुके हैं।

2023 में भी हनीट्रैप का शिकार हुआ था एक भेल अफसर

25 अप्रैल 2023 को भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड के अफसर एस सेंथिल कुमार (41) ने गोविंदपुरा पुलिस थाने में ब्लैकमेल और हनीट्रैप का मामला दर्ज करवाया था। इसके मुताबिक 10 अप्रैल को उनके एक दोस्त के जरिए उनकी पहचान सोनम नाम की एक लड़की से हुई। उसने अपना मोबाइल नंबर भी दिया।

इसके बाद दोनों की फोन पर बातचीत होने लगी। 15 अप्रैल को अफसर और सोनम की मुलाकात रात 8 बजे उनके सरकारी क्वॉर्टर पर हुई। सोनम ने सेंथिल से पूजा नाम की दोस्त की नौकरी लगवाने की बात की। वह पूजा को भी अपने क्वॉर्टर पर ले आई। तीनों बैठकर बातचीत कर रहे थे, उसी दौरान साढ़े दस बजे किसी ने घर का दरवाजा खटखटाया।

दरवाजा खोलने पर दो लोग भीतर दाखिल हुए, जिसमें से एक ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। उन्होंने जब पूछताछ की तो पूजा ने कहा कि ये लोग मेरे साथ जबरदस्ती कर रहे थे। कथित पुलिस वाले और उसके साथी ने बीएचईएल अफसर सेंथिल के साथ मारपीट की।

उन्होंने उसे पॉक्सो एक्ट में जेल भेजने की धमकी दी। ये भी कहा कि बचना है तो 20 लाख रुपए देना पड़ेगा। आरोपियों ने अफसर को डरा-धमका कर उनसे 1 लाख 53 हजार रुपए वसूल लिए थे। गोविंदपुरा पुलिस ने इस मामले में दो युवक और दो युवतियों समेत 4 लोगों पर केस दर्ज किया था।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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