अजब गजब

70 साल की धाकड़ किसान, उज्जैन में उगाए सेब, बढ़ाई 5 गुना आय, PM मोदी को भी दे चुकीं Idea

उज्जैन. ज्यादातर लोग यही जानते हैं कि सेब ठंडे प्रदेशों के पहाड़ों पर उगते हैं. खासकर जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा सेब का उत्पादन होता है. लेकिन, मध्य प्रदेश के उज्जैन में जब आप सेब से लदे पेड़ देखेंगे तो आपकी आंखें खुली रह जाएंगी. आश्चर्य तो तब और होगा, जब आपको पता चलेगा कि यह कारनामा एक महिला किसान का है. उज्जैन के हामूखेड़ी की 70 वर्षीय भगवंती देवी ने मैदान में सेब उगा दिए हैं.

भगवंती देवी ने लोकल 18 को बताया कि पहले वह पारंपरिक खेती करती थी, जिसमें गेहूं और चने की फसल उगाती थीं. इससे खास आमदनी नहीं होती थी. दो बीघा जमीन में 70 हजार रुपये तक सालाना मुनाफा हो जाता था, जिसमे गुजारा कर पाना काफ़ी मुश्किल होता था. फिर उन्होंने धीरे-धीरे सभी तरह की खेती शुरू की. खेती के नए-नए तरीके सीखे, जिससे आज उनकी स्थिति बदल गई.

टेलीविजन ने सिखाया बहुत कुछ 
भगवंती देवी अपने फार्म पर कई तरह की यूनिक फार्मिंग कर रही हैं. उन्होंने बताया कि 2004 की बात है. हफ्ते में एक बार दूरदर्शन पर खेती-किसानी का प्रोग्राम आता था. इसमें एक्सपर्ट आधुनिक तरीके से खेती के बारे में जानकारी देते थे. इसी कार्यक्रम में कटहल की खेती के बारे में पता चला. यहीं से उन्हें खेती के नए-नए तरीके सीखने को मिले.

दक्षिण भारत से भी मंगवाए पौधे 
हामुखेड़ी गांव के शिवाश्रय कृषि फार्म की महिला किसान भागवंती देवी ने बताया कि इस पुरे कार्य में उनके परिवार मदद करता है. कुछ साल से खेत के कुछ हिस्से में कटहल के पौधे लगाने शुरू किए. 5-6 साल बाद फल अच्छे आने लगे. इनकम भी बढ़ने लगी तो दक्षिण भारत के अलग-अलग राज्यों से और पौधे मंगवाकर लगाए. उस समय एक पौधा 50 से 100 रुपये का पड़ा था. अभी एक पेड़ एक सीजन में 12 से 15 हजार की कमाई करवा रहा है. यह अंगूरी कटहल है, जो 12 से 15 किलो का होने पर भी पीला नहीं पड़ता है. इसके अलावा स्ट्रॉबेरी, चीकू, आम, संतरे, मौसंबी, अनार, नींबू, फूल भी लगाए हैं. सब्जियों की भी खेती कर रही हैं. इनमें लागत हटाकर 5 साल से करीब 5 लाख रुपये की कमाई हो रही है.

पीएम ने पसंद किए सुझाव
भगवंती देवी दूसरे के लिए भी प्रेरणा बनीं. उन्होंने आसपास के तमाम लोगों को खेती के बहुत से हुनर सिखाए और 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों की आय बढ़ाने के लिए पत्र लिखकर सुझाव दिए थे. प्रधानमंत्री को ये पसंद भी आए. उन्होंने लेटर भेजकर इस पर अमल के लिए भी कहा. भगवंती फिर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री को सुझाव देना चाहती हैं कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए यह उपाय कर सकते हैं.

सोशल मीडिया से सीखी सेब की खेती 
उन्होंने बताया कि डिजिटल युग में जहां हर तरफ सोशल मीडिया या मोबाइल देखने को मिलते हैं. उसमें बहुत सी अच्छी चीजें देखने को मिलती हैं. कुछ साल पहले नर्सरी से 4 पौधे लाकर लगाए थे. दो साल बाद फल आने शुरू हो गए थे. दो पेड़ों पर अब भी सेब लगे हैं, जबकि तीन पेड़ से सेब तोड़कर बेच दिए हैं. सेब की खेती यूट्यूब से सीखी थी.

Tags: Local18, Mp farmer, Success Story, Ujjain news


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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