Big mistake in class 8th paper | एग्जाम सेंटर पर परीक्षार्थी समेत स्टाफ मिला गायब: 8वीं के परीक्षा के दौरान केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे थे कलेक्टर; 10 शिक्षक सस्पेंड – Bhind News

कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव एग्जाम सेंटर का निरीक्षण करते हुए।
एमपी बोर्ड पेटर्न पर संचालित होने वाली आठवीं की परीक्षा में भारी गड़बड़ी सामने आई है। जिले में संचालित होने वाली आठवीं की परीक्षा में परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों से समय से पहले पेपर हल कराकर घर भेजे जा रहे हैं। इस बात की सूचना भिंड कलेक्टर संजी
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दरअसल कलेक्टर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने शा.मा.वि. सरसई परीक्षा केन्द्र पर आठवीं की बोर्ड परीक्षा का निरीक्षण करने के लिए गुरुवार दोपहर 3.30 बजे पहुंचे। यह परीक्षा दोपहर की पाली में संचालित कराई जा रही है। यहां पहुंचने पर परीक्षा केंद्र पर ताला लटक रहा था। एग्जाम सेंटर पर परीक्षा को समय से पहले ही पूरा कराई गई। यह देख परीक्षा केन्द्र पर शिक्षकों के अनुपस्थित रहने, लापरवाही बरतने पर परीक्षा केंद्राध्यक्ष, परीक्षा कक्ष पर्यवेक्षक सहित कुल 10 शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। साथ ही एक अतिथि शिक्षक की सेवा समाप्ति हेतु बीईओ को निर्देशित किया है।
कलेक्टर श्रीवास्तव ने परीक्षा केंद्राध्यक्ष विनोद कुमार शाक्य मा. शि. शा.उमावि. लहरौली, परीक्षा कक्ष पर्यवेक्षक राजकुमार तिवारी मा.शि. शा.मा.वि. मधूपुरा, मा.शि. शा.मा.वि. गढ़ीसीता अरुण कुमार महेश्वरी, प्रा.शि. शा.प्रा.वि. कर्नेलपुरा, राजकुमार दिवाकर, प्रा.शि. शा.प्रा.वि. भीकमपुरा रजनी दौहरे, प्रा.शि. शा.प्रा.वि. कन्या लहरौली गोकुल प्रसाद, प्रा.शि. शा.प्रा.वि. मुचाई का पुरा, अमर सिंह, प्रा.शि. शा.मा.वि. बीसलपुरा, कल्पना राजावत, प्रा.शि. शा.मा.वि. लहरौली अंजू शर्मा, प्रा.शि. शा.प्रा.वि. मडनई रविन्द्र सिंह कुशवाह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही परीक्षा कक्ष पर्यवेक्षक अतिथि शिक्षक शा.मा.वि. सरसई विश्वनाथ सिंह की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए।
डीईओ का भी ढुलमुल रवैया भिंड जिले में होने वाली बोर्ड परीक्षा में जिला शिक्षा अधिकारी का रवैया संदेहप्रद नजर आ रहा है। वे परीक्षाओं के सफल संचालन में फेल साबित हो रहे है। परीक्षा केंद्रों की मॉनीटरिंग से लेकर निरीक्षण नहीं कर पा रहे है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक परीक्षा केंद्रों से पर्यवेक्षक व परीक्षक द्वारा फोन पर संपर्क कर जानकारी लेना या देना होती है जिस पर डीईओ का फोन रिसीव नहीं होता। वहीं, वे समय रहते बोर्ड के मैसेज भी परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने में ढुलमुल रवैया अपनाएं हुए है।
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