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क्‍या एक ट्रेन, एक ही समय पर तीन अलग-अलग स्‍टेशनों से चल सकती है, 99 फीसदी लोगों का जवाब गलत होता है, जानें

नई दिल्‍ली. अगर पास पूछा जाए कि एक ट्रेन, एक समय में तीन अलग-अलग स्‍टेशनों से चल स‍कती है तो निश्चित ही आपका जवाब न में होगा. 99 फीसदी लोगों का जवाब यही होगा, जो गलत है. जी हां, भारतीय रेलवे की एक अनोखी ट्रेन है, जो एक साथ तीन अलग-अलग स्‍टेशनों से दौड़ती है. हालां‍कि आप भी सोच में पड़ गए होंगे कि यह कैसे हो सकता है कि एक एक ट्रेन एक ही समय में तीन तीन स्‍टेशनों पर कैसे चल सकती है. लेकिन यह सच है, कैसे होता यह सब, आइए जानें.

मौजूदा समय भारतीय रेलवे की 10 हजार से अधिक ट्रेनें चल रही हैं. इनमें वंदेभारत, शताब्‍दी, राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों से लेकर एक्‍सप्रेस, मेल, पैसेंजर और लोकल ट्रेनें शामिल हैं. इन्‍हीं ट्रेनों में जो ट्रेनें कम दूरी के बीच चलती हैं यानी 24 घंटे का अधिकतम सफर होता है, वो एक समय में केवल एक ही स्‍टेशन पर होती हैं लेकिन जो ट्रेन 24 घंटे से ज्‍यादा का समय लेती है, वो एक समय में दो स्‍टेशनों पर हो सकती हैं और जो ट्रेन 48 घंटे से ज्‍यादा का समय लेती हैं, वो एक समय में तीन-तीन स्‍टेशनों पर हो सकती है. ये ट्रेनें रेगुलर होती हैं यानी रोज चलती है. एक साथ दो-दो स्‍टेशनों पर चलने वाली ट्रेनों की संख्‍या कई है लेकिन तीन स्‍टेशनों से एक साथ चलने वाली ट्रेन एक ही है.

ये है सबसे लंबा सफर करने वाली ट्रेन

देश की संबसे लंबी दूरी के लिए रोजना चलने वाली ट्रेन नंबर 15909/15910 अवध असम है. यह ट्रेन असम के डिब्रूगढ़ से राजस्‍थान के लालगढ़ तक चलती है. इस दौरान 3100 किमी. से अधिक की दूरी तय करती है

यह जादू नहीं हकीकत है

अवध असम एक्‍सप्रेसे सुबह डिब्रूगढ़ से 10.20 बजे चलती है. उसी दौरान दूसरी ट्रेन सुबह 10.45 बजे बिहार के कटियार जंक्‍शन से 1166 किमी. दूर से चलती है, जो डिब्रूगढ़ से एक दिन पूर्व चली होती है. ठीक उसी समय तीसरी ट्रेन 2247 किमी. दूर सुबह 10.38 बजे उत्‍तर प्रदेश के बरेली स्‍टेशन पर होती है, यह ट्रेन दो दिन पूर्व डिब्रूगढ़ से चली होती है. अब आप समझ इस ट्रेन का यह जादू नहीं हकीकत है.

सात ट्रेनों की पड़ती है जरूरत

रोजाना चलने वाली अवध-असम एक्‍सप्रेस ट्रेन को चलाने में सात ट्रेनों की जरूरत पड़ती है. क्‍योंकि स्‍टेशन से शुरू होने के बाद चौथे दिन अपने गंतव्‍य तक पहुंचती है. इस वजह से दोनों ओर से तीन-तीन ट्रेन की जरूरत होती है, जिससे रोजाना ट्रेन चलाई जा सके. एक ट्रेन सेट अतिरिक्‍त में होती है.

Tags: Indian railway, Indian Railway news


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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