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तापस दा लोगों के लिए मन खोलकर… BJP कैंडिडेट की तारीफ करने पर भड़की TMC, कुणाल घोष को पार्टी से निकाला

उत्तर कोलकाता में भाजपा के मंच पर टीएमसी के नेता, तापस रॉय से निजी संबंधों का हवाला देते हुए कहा जनप्रतिनिधि के रूप में तापस रॉय टीएमसी के सांसद और उम्मीदवार सुदीप बंदोपाध्याय से कम नहीं, बह दूसरे दल में हैं… आज अचानक ही उत्तर कोलकाता में भाजपा नेता और लोकसभा के तापस रॉय के कार्यक्रम में मंच पर टीएमसी के नेता कुणाल घोष पहुंच गए…यही नहीं कुणाल घोष ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मंच से लोगों को संबोधित भी किया..
हाल ही में तापस रॉय ने टीएमसी छोड़ी थी जिस दौरान कुणाल घोष उन्हें मनाने भी गए थे और तब उनसे जब पूछा गया था कि अगर तापस रॉय भाजपा की तरफ़ से चुनाव में खड़े होते हैं और सुदीप बंदोपाध्याय टीएमसी से तो वे किसका समर्थन करेंगे? जिसके जवाब में कुणाल घोष ने कहा था जो दूल्हे राजा फिल्म में जॉनी लिवर की भूमिका थी, यानी उन्होंने इशारों इशारों में साफ़ कर दिया था कि वे टीएमसी में होकर भी भाजपा प्रत्याशी के साथ होंगे… जिसके बाद उन्हें पार्टी ने शो कॉज़ भी किया था..

कुणाल घोष की सुदीप बंदोपाध्याय से अदावत के किस्से टीएमसी में नए नहीं हैं, कुणाल घोष उत्तर कोलकाता में सुदीप बंदोपाध्याय से नाराज़ होकर हाल ही में पार्टी के पदों से इस्तीफ़ा भी दे चुके हैं…

टीएमसी नेता कुणाल घोष ने वहां पर मंच से कहा कि तापस दा को हमने कोशिश की थी अंतिम समय तक आक परिवार मां रखना की, तापस दा हमारे बहुत प्रिय पात्र हैं, उनका दरवाज़ा सारा दिन सारी रात कार्यकर्ताओं के लिए खुला रहता है, उन्होंने लोगों की खूब सेवा की है, दुर्भाग्य है कि राजनीति के मैदान मैं हम लोग उल्टे तरफ़ पड़ गए, सुदीप बंधक लड़ रहे हैं, लेकिन व्यक्ति के हिसाब से तापस दा को जनप्रतिनिधि के तौर तक किसी भी तरह एक इंच भी कम नहीं पाता हूं… वो लोगों के लिए दरवाज़ा खोलकर, मन खोलकर काम करते हैं, दुर्भाग्य है कि वे दूसरी तरफ़ हैं…

इस बारे में तापस रॉय ने कहा है कि व्यकित कुणाल घोष के बारे में एक ही बात कहूंगा कि मेरा बहुत प्रिय छोटा भाई है… मैं आश्चर्यचकित रहता हूं कि अन्याय से जिस तरह उसे दो साल जेल मां रखा गया था उसके बाद भी वो टीएमसी को डिफेंड करता है, जब वो जेल में था तो सुदीव बंधोपाध्याय खी खी करके हंसते थे, आनंद लेते थे… उसके मन में ये बात ज़रूर होगी… वो मुझे जन प्रतिनिधि के तौर पर 85 से देख रहा है, उसने जे सच है वही कहा है…

इस बारे में कुणाल घोष से पूछने पर उन्होंने कहा कि तापस रॉय चले गए तो इसका मतलब ये थोड़े ही है कि तापस रॉय नेता या जन प्रतिनिधि के तौर पर ख़राब हैं…उनको मैं कैसे ख़राब कहूं… वे हमारे दल के सांगठनिक नेता, उत्तर कोलकाता के सेनापति थे, उनको ख़राब कहना यानी अपने दल को ख़राब कहना है… हम निश्चित ही उत्तर कोलकाता में सुदीप बंदोपाध्याय के पक्ष में हैं, मैं और मेरे साथ कोशिश करेंगे कि 42 में 42 ही टीएमसी जीते…


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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