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TV सीरियल से प्रेरित होकर IAS ऑफिसर बनीं सी. वनमती – News18 हिंदी

नई दिल्ली, Success Story : संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा हमारे देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है. जो भी ये परीक्षा (Exam) पास करता है, उसे एक अलग स्तर पर ही देखा जाता है. सक्सेस स्टोरी (Success Story) के इस सेक्शन में आज हम बात कर रहे हैं केरल के एक गरीब परिवार में जन्मी सी. वनमती (C. Vanmati) की, जिन्होंने गरीबी झेली, शादी के खिलाफ बगावत की, समाज से लड़ना पड़ा, लेकिन हिम्मत नहीं हारी. गंगा यमुना सरस्वती नामक एक TV सीरियल (जिसमे नायिका एक IAS अधिकारी थी) से प्रेरित (Inspire) होकर वनमती ने UPSC की तैयारी की और 2015 में परीक्षा देकर 152वीं ऑल इंडिया रैंक (AIR) के साथ IAS ऑफिसर बन गईं. किसी ने सोचा भी नहीं था कि कभी भैंस चराने वाली ये गरीब लड़की एक दिन यह मुकाम हासिल करेगी. आइये जानते हैं वनमती के संघर्ष की कहानी:

पिता थे कैब ड्राईवर
सी. वनमती का जन्म केरल (Kerala) के एक गरीब परिवार में हुआ था. उनके पिता एक कैब ड्राईवर थे. वे कैब ड्राइव करके जैसे-तैसे घर का खर्च चलाते थे. उन हालातों में UPSC क्लियर करने के बारे में तो सोचना भी संभव नहीं था. लेकिन वनमती की लगन और कड़ी मेहनत ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचा दिया.

भैंसें चराई, शादी के खिलाफ की बगावत
बचपन में वनमती को स्कूल जाने के अलावा घर के कामों में भी हाथ बंटाना पड़ता था. यहाँ तक कि वे भैंसों को चराने के लिए जंगल ले जाती थीं और उसके बाद उन्हें खाना भी खिलाती थीं. 12वीं करने के बाद रिश्तेदारों ने उन पर शादी का दबाव बनाया तो उन्होंने अपने IAS बनने के सपने को पूरा करने के लिए शादी से साफ़ मना कर दिया और रिश्तेदारों और समाज के खिलाफ संघर्ष (Stuggle) करते हुए अपने सपने को पूरा करने में जुटी रहीं. इस संघर्ष में उनके परिवार ने उनका पूरा साथ दिया.

जिला कलेक्टर और TV सीरियल ने किया प्रेरित
वनमती को आईएस (IAS) बनने के लिए पहले उनके गृह नगर की एक महिला जिला कलेक्टर ने बहुत प्रेरित (Inspire) किया. जिस तरह सभी लोग उन्हें सम्मान (Respect) देते थे, उससे वे बहुत प्रभावित थीं. इसके अलावा TV पर गंगा यमुना सरवती नाम का एक सीरियल आता था जिसकी मुख्य नायिका एक महिला IAS अधिकारी थी. इन्हीं दोनों लोगों से प्रेरित होकर वनमती ने IAS ऑफिसर बनने की ठान ली.

प्राइवेट बैंक में की जॉब, फिर बनीं IAS
वनमती ने ग्रेजुएशन पूरी करने बाद कंप्यूटर एप्लीकेशन में PG किया. अपने पढाई के खर्चों के लिए कुछ समय प्राइवेट बैंक में जॉब भी की. इसके बाद साल 2015 में वे UPSC की परीक्षा में शामिल हुईं. उनकी मेहनत रंग लाई और वे 152वीं ऑल इंडिया रैंक के साथ IAS बनने में सफल रहीं. फ़िलहाल वनमती एक IAS अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं. वे अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने परिवार को देती हैं.

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Tags: Career, Success Story, Womens Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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