जनपद पंचायत बिजावर में पशु शेड घोटाला! 800 पशु शेड स्वीकृत किए गए हितग्राहियों का नहीं हो पा रहा भुगतान

छतरपुर। बिजावर जनपद पंचायत में एक बहुत ही बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। इस घोटाले की चर्चा जिले की सभी जनपदों में चर्चा का विषय बना हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत बिजावर में लगभग 800 से ज्यादा पशु शेड स्वीकृत किए गए थे इनकी अनुमानित लागत लगभग एक लाख रुपए निर्धारित की गई थी। इन पशु शेड को स्वीकृत करने का मेन मकसद था कि पशु को इन शेडों में रखा जाए ताकि वह ग्रामीण क्षेत्र की फसल का नुकसान न करें। परंतु लोगाों ने मनमाने तरीके से पशु शेड का निर्माण कर एक लाख रुपए की राशि निगलने की पूरी कोशिश की। जनपद पंचायत के सहायक यंत्री ने बताया कि लगभग 400 पशु शेडों का भुगतान किया जा चुका है और 400 पशु शेडो का अभी बाकी है। जो भी राशि मनरेगा के तहत आती है उस राशि का अधिकांश भुगतान पशु शेड के हितग्राहियों को क्षेत्रीय विधायक के दबाव में कर दिया जाता है बाकी सभी कामों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। इस घोटाले में भारी कमीशन खोरी की गई है। सूत्रों से यह भी जानकारी लगी है कि कई जगह तो पशु शेड बनाए ही नहीं गए हैं और टपरों को दिखाकर भुगतान करा लिया गया है। प्रदेश में बिजावर जनपद में यह घोटाला हुआ है जो मप्र में अनोखा है। हालांकि इस पशु शेड को स्वीकृत करने में क्षेत्रीय विधायक के द्वारा जनपद के सीईओ एवं सहायक यंत्री पर अधिक दबाव देकर कराया गया है। जनपद पंचायत बिजावर के तत्कालीन सहायक यंत्री एसके त्रिपाठी के द्वारा इन पशु शेडों को स्वीकृत किया गया हालांकि वर्तमान में सहायक यंत्री नौगांव में पदस्थ हैं। फिलहाल जिले में पशु शेड घोटाले को लेकर विभिन्न प्रकार की चर्चाएं चल रही हैं।