अजब गजब

दिन में स्कूल शाम को समोसे का ठेला, रात को पड़ोसी के वाई-फाई से करता था पढ़ाई, जानें कैसे किया NEET एग्जाम क्लीयर

नोएडा: मन के हारे हार है और मन के जीते जीत वाली कहावत नोएडा के सन्नी पर एक दम सटीक बैठती है. नोएडा सेक्टर 12 में किराए के कमरे में रहकर दिन में स्कूल और फिर शाम को सन्नी समोसे का ठेला लगाता था. इसके बाद रात में पड़ोसी के वाई फाई से ऑनलाइन एग्जाम की तैयारी करता था. सन्नी का वैसे तो बचपन से सपना इंजीनियर बनने का था, लेकिन 10th क्लास में बायोलॉजी सब्जेक्ट चुना.

जहां सन्नी ने 12वीं में 95 प्रतिशत मार्क्स हासिल कर अपना सपना भी बदल लिया, लेकिन संसाधन से महरूम सनी को कोई बाधा उसे आगे बढ़ने से नही रोक पाई. उसने NEET 2024 एग्जाम क्लियर करके ये साबित कर दिया कि सपना पूरा करने के लिए संसाधन होना कोई जरूरी नहीं है.

कोचिंग की फीस के लिए नही थे पैसे
बता दें कि सन्नी बीते 2 साल से लगातार NEET के एग्जाम की तैयारी कर रहा था. फाइनली उसने हार नहीं मानी. सब बाधाओं को पार करते हुए अपना सपना साकार कर लिया . सन्नी की उससे बड़ी दो बहने और एक भाई सहित परिवार में माता-पिता भी हैं. मम्मी गृहणी हैं, जबकि पापा बिहार मधुवनी में खेती का काम देखते हैं.

बता दें कि दिन में समय के अभाव में सन्नी रात में NEET एक्जाम की तैयारी किया करता था. सन्नी ने बताया कि उसके पास इतने रुपए नहीं थे कि ऑफलाइन किसी कोचिंग से पढ़ाई कर पाए या फिर ऑनलाइन किसी कोचिंग के नोट्स खरीद पाए. इसलिए सन्नी ने ज्यादातर पुराने नोट्स से पढ़ाई की. इसके साथ ही फिजिक्सवाला से करीब साढ़े चार हजार का का ऑनलाइन नोट्स खरीदे और पढ़ाई शुरू की थी.

समोसे की कार्ट से आता था घर का राशन
इस बारे में लोकल 18 से बात करते हुए सन्नी ने बताया कि इस एक्जाम के लिए वह हर दिन 4-5 घंटे पढ़ाई करता था. उसने NEET परीक्षा को क्लियर करते हुए 720 में से 664 अंक हासिल किए हैं. बता दें कि सन्नी का रूटीन सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक स्कूल और फिर शाम 4 बजे से 9 बजे तक समोसा के साथ ब्रेड पकौड़ा का कार्ट सेक्टर 12 के एच ब्लॉक में लगता था.

जिसमे करीब 700 रुपए की सेलिंग में 300 रुपए कमाई होती है, जिससे उसके घर का राशन आता था. फिर रात 9 बजे से 2 बजे तक ऑनलाइन पढ़ाई करता था. इस जर्नी में पड़ोसी के वाई-फाई के साथ उसका एक दोस्त मनीष ने बहुत मदद की है.

एक्जाम क्लियर करने के बाद यहां से मिली मदद
अब NEET एक्जाम क्लियर के बाद फिजिक्स वाला (पीडब्लू) के संचालक अलख पांडे ने सनी के संघर्षों को देखते हुए उन्हें 6 लाख रुपये की छात्रवृत्ति की पेशकश की है. साथ ही मेडिकल कॉलेज की ट्यूशन फीस का भुगतान करने का वादा किया है.

Tags: Local18, Noida news, Success Story, Success tips and tricks


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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