The Colonizer Had Wrongly Obtained Permissions By Claiming That The Land Was In The Urban Area – Amar Ujala Hindi News Live

तुलसी आंगन टाउनशिप
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
इछावर के तत्कालीन एसडीएम एवं तत्कालीन नगर परिषद के सीएमओ सहित अन्य जिम्मेदारों ने नगरीय क्षेत्र की जमीन को ग्रामीण क्षेत्र की जमीन बताया था एवं इसमें ग्राम पंचायत पालखेड़ी के सचिव भूपेंद्र सिंह ने ग्राम पंचायत की तरफ से अनुमतियां भी जारी कर दी।
इस जमीन को लेकर एसडीएम द्वारा जांच की गई तो सामने आया कि यह जमीन तो नगरीय क्षेत्र की है। हल्का पटवारी ने भी अपनी रिपोर्ट में जमीन को नगरीय क्षेत्र की बताया। इसके बाद एसडीएम ने इस मामले की जांच रिपोर्ट कलेक्टर कार्यालय को भेज दी। अब कलेक्टर ने इस मामले में आदेश भी जारी किए हैं।
कॉलोनाइजर ने पहले सरकार को फिर लोगों को लगाया चूना
अपने खून-पसीने एवं मेहनत के पैसों से लोग एक घर लेने की चाह रखते हैं, लेकिन उन्हें भी किस तरह से कालोनाइजर ठगते हैं, इसका उदाहरण इछावर में बन रही तुलसी आंगन टाउनशिप कालोनी है। तुलसी आंगन टाउनशिप कालोनी के कॉलोनाइजर यश शर्मा द्वारा पहले तो ग्राम पंचायत से अनुमतियां लेकर राजस्व चोरी करके सरकारी खजाने को चूना लगाया गया। इसके बाद यहां पर लोगों को प्लाट देकर उनसे भी धोखाधड़ी की। ग्रामीण क्षेत्र की जमीन बताकर टैक्स कम भरा और नगरीय क्षेत्र के प्लाट बताकर एवं सर्वसुविधायुक्त कालोनी का झांसा देकर लोगों से अच्छे खासे दाम भी वसूले। अब जब कॉलोनाइजर यश शर्मा की हकीकत सामने आई ती लोगों की आंखें खुली।
कलेक्टर ने रजिस्ट्री पर लगाई रोक
इछावर में बन रही तुलसी आंगन टाउनशिप को लेकर कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा इसकी रजिस्ट्री पर रोक लगाने के निर्देश जिला पंजीयक कार्यालय को दिए गए हैं। इसके साथ ही कलेक्टर ने तुलसी आंगन टाउनशिप को अनुमति देने वालों पर कार्रवाई के लिए भी लिखा है। यहां बता दें कि तुलसी आंगन टाउनशिप के संबंध में इछावर एसडीएम को शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायत सही पाए जाने पर एसडीएम ने उक्त कालोनी को जमीन को ग्राम पालखेड़ी की नहीं मानते हुए कस्बा इछावर को भूमि माना। इसके साथ ही जांच उपरांत रजिस्ट्रीकरण प्रमाण पत्र निरस्त किया गया।
अवैध कालोनियों का फैल रहा है जाल
सीहोर जिलेभर में अवैध कालोनियों का जाल फैल रहा है। जिला मुख्यालय से लेकर जिले के अन्य नगरीय क्षेत्रों के आसपास बिना अनुमतियां एवं लाइसेंस के धड़ल्ले से कालोनियां काटी जा रही हैं। इन कालोनियों में लोगों को प्लाट, मकान देकर ठगा जा रहा है। इनके पास न तो रेरा की अनुमतियां हैं और न ही टाउन एंड कंटी प्लानिंग की कोई अनुमति है। बिना अनुमतियों के धड़ल्ले भूखंड काटे जा रहे हैं।
मामला उजागर हुआ तो पंचायत सचिव ने लिखा निरस्ती के लिए
जब तुलसी आंगन टाउनशिप का मामला उजागर हुआ तो ग्राम पंचायत पालखेड़ी के सचिव भूपेंद्र सिंह ने इसकी अनुमतियों को निरस्तीकरण के लिए पत्र लिखा। हालांकि इससे पहले सचिव ने मोटी रकम लेकर ग्राम पंचायत से अनुमतियां जारी कर दीं।
अनुमति के लिए आवेदन किया है
तुलसी आगन कॉलोनी के संचालक यश शर्मा का कहना है कि कालोनी के लिए पंचायत से पहले अनुमति ली गई थी, वह निरस्त हो नाई है। अब नगर परिषद से अनुमित के लिए आवेदन किया है। वहीं इछावर ब्लॉक के एचडीएम जमील खान का कहना है कि तुलसी आँगन टाउनशिप की अनुमतियों को लेकर जांच की गई थी, जिसमें वे सब अनुमतिया गलत तरीके से पाई गई थी। इसके बाद जांच प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय भेजा गया था। अब मामला कलेक्टर कोर्ट में है।
Source link