मध्यप्रदेश

She came to register a rape case against a dentist and landed herself in jail | डेंटिस्ट पर रेप केस दर्ज करवाने आई, खुद गई जेल: सेक्सटॉर्शन गैंग में मां, बेटा, भाई, दामाद शामिल; धमकी, वसूली और शपथ पत्र से समझौते की कहानी – Mandsaur News

40 साल की महिला अपने 20 साल के बेटे और भाई के साथ थाने पहुंची। थाना प्रभारी से कहा- सीहोर गांव में‎ क्लीनिक संचालक ने दुष्कर्म किया है। केस दर्ज‎ कीजिए। उनके बात करने के तरीके को देखकर पुलिस को शंका हुई। पुलिस ने जांच के नाम पर तीनों की डिटेल निकाली

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इन्होंने रतलाम-उज्जैन में ही 4 लोगों से वीडियो बनाकर, रेप केस में फंसाने का डर दिखाकर ब्लैकमेल किया और 10 लाख से ज्यादा वसूले। ये रुपए मिलने के बाद बकायदा शपथ पत्र बनवाते थे। गैंग का मास्टरमाइंड महिला का दामाद निकला। वह अब तक लोगों को डराकर 50 से 60 लाख रुपए की वसूली कर चुका है। पुलिस ने महिला, उसके बेटे और भाई को गिरफ्तार कर लिया। दामाद अभी फरार है।

दैनिक भास्कर ने सेक्सटॉर्शन गैंग के पकड़े जाने के बाद पुलिस से बात की तो चौंकाने वाली कहानी सामने आई…

अफजलपुर थाना प्रभारी समरथ सिनम ने बताया कि 29 अगस्त की शाम एक महिला निवासी केलूखेड़ा जिला रतलाम अपने बेटे कमलेश मालवीय और भाई चौथमल चौहान निवासी लसूड़िया भाटी थाना सितामऊ के साथ थाने आई थी। उसने बताया कि सीहोर गांव में डेंटल क्लीनिक पर दांतों का इलाज करवाने गई थी। यहां इलाज करने वाले डॉक्टर मंगल देवड़ा ने दुष्कर्म किया। महिला की बातों पर संहेद हुआ, क्योंकि वह 50 किमी दूर रतलाम जिले की रहने वाली थी।

हमने तत्काल सीहोर गांव में संपर्क किया तो पता चला कि महिला आई थी। कुछ देर क्लीनिक में बैठी रही, फिर रेप-रेप चिल्लाने लगी। उसने डॉक्टर से 5 लाख रुपए की डिमांड की। लोग जुटने लगे तो महिला भागकर थाने आ गई। पुलिस ने घटना की तस्दीक की, इनके कारनामे सामने आ गए। ये लोग अब तक 50 से 60 लाख रुपए की वसूली कर चुके हैं।

फरियादी की रिपोर्ट पर अफजलपुर थाने में अपराध क्रमांक 235/24 धारा 308 (1), 308(2), 308 (7) एवं 3(5) बीएनएस के तहत केस दर्ज किया। आरोपियों को मंदसौर जेल भेज दिया गया है।

महिला बेटे और भाई के साथ रेप की झूठी शिकायत करने थाने आई थी। पुलिस ने पड़ताल के बाद उसे पकड़ लिया।

महिला बेटे और भाई के साथ रेप की झूठी शिकायत करने थाने आई थी। पुलिस ने पड़ताल के बाद उसे पकड़ लिया।

पीड़ित की जुबानी, पूरी कहानी…

मंदसौर जिले के अफजलपुर थाने के सीहोर गांव में मंगल सिंह‎ देवड़ा का क्लीनिक है। देवड़ा ने पुलिस को बताया, नई आबादी क्षेत्र में परिवार के साथ रहता हूं। परिवार में माता-पिता, पत्नी और बच्चे हैं। घर से सटकर ही एक बड़ा कमरा है, जिसमें मेरा क्लीनिक है। क्लीनिक के सामने से लगे कई मकान हैं। दिनभर यहां आवाजाही लगी रहती है।

29 अगस्त को दोपहर 2 बजे एक महिला, युवक के साथ क्लीनिक पर आई। युवक क्लीनिक के बाहर घूमकर मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था। महिला मेरे पास आई और दांत में समस्या की बात कही। उसने मुझे दांत दिखाए, जो काफी खराब हो चुके थे। जांच के बाद मैंने उसे कहा- इसके इलाज के लिए आपको मंदसौर जाना होगा।

पर्चे में लिखने के लिए मैंने उसका नाम पूछा- उसने श्यामबाई बताया। मैंने उसकी पर्ची बनाई और अन्य मरीजों को देखने लगा। महिला क्लीनिक पर ही बैठी हुई थी।

घर पर पत्नी और चचेरा भाई बैठकर बात कर रहे थे। वहीं, पड़ोसी धर्मेन्द्र सिंह भी अपने घर के बाहर बैठकर कुछ काम कर रहे थे। अचानक से चौथमल चौहान वहां आ गया। महिला के साथ आया बेटा कमलेश और चौथमल दोनों भीतर आए और चीखने-चिल्लाने लगे। बोले- तुमने श्यामबाई के साथ दुष्कर्म किया है। श्यामबाई भी चिल्लाते हुए बोली- इन्होंने मेरा रेप किया है। चिल्लाने की आवाज सुनकर पत्नी, चचेरा भाई, मेरे एक परिचित और पड़ोसी तत्काल क्लीनिक पर पहुंचे।

मैंने जब इनके आरोपों को नकारा तो श्यामा बाई, उसका बेटा कमलेश और भाई चौथमल तीनों ने रुपए की डिमांड की। बोले- 5 लाख रुपए दे दो, नहीं तो श्यामाबाई के साथ दुष्कर्म का केस अफजलपुर थाने में दर्ज करवा देंगे। मैंने कहा- मैंने ऐसी कोई हरकत की ही नहीं है, क्लीनिक पर अन्य लोग हैं। मेरा परिवार भी यहीं पर है। तुम झूठा आरोप कैसे लगा सकती हो। इस पर उसने कहा- जब महिला दुष्कर्म की रिपोर्ट करती है तो सब कार्रवाई हो जाती है। रुपए नहीं दोगे तो रिपोर्ट करूंगी।

पीड़ित ने बताया कि वह महिला के भाई चौथमल को पहले से जानता है। मैंने उससे पूछा तो बोला- श्यामा बाई मेरी बहन है। साथ में जो है, वह बहन का बेटा कमलेश बलाई है। लोगों की भीड़ जुटने लगी तो तीनों ने वहां से निकलना उचित समझा। जाते-जाते बोले- 5 लाख रुपए भेज देना। नहीं दिया तो रेप के झूठे केस में जिंदगी भर सड़ते रहोगे, क्योंकि महिला के बयान पर ही सजा हो जाती है।

मैं, और मेरा परिवार बहुत डर गए थे। पड़ोसी और मेरे परिचित ने इनके बारे में पता करने के लिए केलूखेड़ा और बरखेड़ा गांव में कुछ परिचितों से बात की। यहां पता चला कि इन्होंने 15 दिन पहले एक व्यापारी परिवार को इसी प्रकार से ब्लैकमेल कर साढ़े 4 लाख रुपए ऐंठे हैं।

पांच महीने पहले भी एक पूर्व सरपंच को रेप केस में फंसाने की धमकी देकर चार लाख रुपए की ठगी की है। इसके अलावा भी इस गैंग ने कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। मेरे पड़ोसी और परिचित ने तत्काल थाने में इस गैंग के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा। हम थाने पहुंचे और मां-बेटे, भाई और दामाद के खिलाफ केस दर्ज कराया।

5 साल से एक्टिव थी फैमिली सेक्सटॉर्शन गैंग ‎

थाना प्रभारी सिनम ने बताया कि पड़ताल में सामने आया कि आरोप लगाने वाली महिला, उसका भाई,‎ बेटा और दामाद रुपए की वसूली ‎‎के लिए शिकार खोजते ‎‎थे। पुलिस ‎‎रिकॉर्ड से पता चला कि महिला‎ ‎का दामाद गोपाल पिता‎ ‎ओंकारलाल लोहार‎ ‎निवासी ग्राम रहीमगढ़ गैंग का सरगरना है।

गैंग बरखेड़ा,‎ केलूखेड़ा समेत आसपास कई लोगों को फंसाकर पहले इस तरह की अवैध वसूली ‎कर चुके हैं। उन्हेल और नागदा जिला उज्जैन में भी लोगों से वसूली कर चुके हैं।

फरियादी की रिपोर्ट पर थाना अफजलपुर ने 29 अगस्त की रात आरोपियों पर केस ‎दर्ज किया। आरोपी महिला, पुत्र कमलेश व भाई चौथमल को पुलिस ने गिरफ्तार‎ कर लिया। गोपाल की तलाश जारी है।‎

टीआई ने बताया कि फरार आरोपी गोपाल लोहार, श्यामाबाई का दामाद है। शिकार की तलाश करना और किससे कितनी रकम वसूलना है, सब यही तय करता था। सबसे पहले यह पता करता कि जिसे शिकार बनाना है, वह कितने रुपए दे सकता है।

गोपाल ने आरोपी महिला की बेटी से लव मैरिज की थी। यह पत्नी के साथ सीतामाऊ में रह रहा था। इसकी बहन भी सीतामाऊ में ही रहती थी। धमकाने का काम तो ये पहले से करते आ रहे थे। शादी के बाद बहन और पत्नी के साथ मिलकर इसे धंधा बना लिया।

आरोपी महिला बेटी के यहां आया करती थी। दामाद के पैसे कमाने का तरीका उसे पसंद आया और वह भी गैंग में शामिल होकर सेक्सटॉर्शन में लिप्त हो गई।

दामाद गोपाल, कुछ समय पहले सीतामऊ छोड़कर रतलाम के आलोट चला गया। यहां भी पति-पत्नी ने दो-तीन लोगों को शिकार बनाया। नागदा में भी इसी प्रकार की हरकत की, जहां विवाद हुआ तो गोपाल ने एक व्यक्ति का हाथ तोड़ दिया। गुस्साए लोगों ने गोपाल को जमकर पीटा, जिससे उसका पैर टूट गया। इस घटना के बाद वह पत्नी और बहन के साथ इंदौर शिफ्ट हो गया।

पुलिस ने मां-बेटे समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

पुलिस ने मां-बेटे समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

पहले ब्लैकमेलिंग, फिर राजीनामा करते थे‎

कीर्ति बघेल, एसडीओपी, मंदसौर ग्रामीण‎ ने बताया कि सभी आरोपी परिवार के सदस्य ही हैं। ये पहले ब्लैकमेलिंग‎ व बाद में राजीनामा कर रुपए वसूलते थे। वीडियो भी डिलीट ‎कर देते थे, ताकि राज न खुले।

पुलिस की पड़ताल में सामने ‎आया कि अन्य जिलों में भी वारदातें कर चुके हैं। पिछले 4 ‎मामलों में ही करीब 10 लाख रुपए की राशि ‎वसूल कर चुके हैं। संबंधितों पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया‎ गया है। फरार दामाद की तलाश की जा रही है।‎

आरोपी इस प्रकार से शपथ पत्र बनवाया करते थे, जिसमें वे रुपयों के विवाद की बात का जिक्र किया करते थे।

आरोपी इस प्रकार से शपथ पत्र बनवाया करते थे, जिसमें वे रुपयों के विवाद की बात का जिक्र किया करते थे।

मेनपुरिया में सेक्सटॉर्शन गैंग पकड़ी जा चुकी‎

8 जुलाई को नई आबादी पुलिस ने मंदसौर के मेनपुरिया में ‎‎किराए के मकान से‎‎ सेक्सटॉर्शन गैंग पकड़ी थी।‎ 5 आरोपियों में 2 महिलाएं, एक नाबालिग और 2 पुरुष शामिल‎ थे। आरोपियों के पास से 40 वीडियो क्लिपिंग, 3 लाख रुपए‎ नकद मिले थे। आरोपी 2 साल में 30 लाख वसूल चुके थे।‎


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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