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‘फिल्म जगत के ‘पावर ग्रुप’ की तरह कांग्रेस में भी’, साउथ सिनेमा स्‍कैंडल पर बैकफुट पर माकपा, दिया करारा जवाब

नई दिल्‍ली. मलयालम सिनेमा में महिलाओं से गलत व्‍यवहार को लेकर शुरू हुए विवाद ने अब गंदा रूप ले लिया है। राज्‍य की कम्‍युनिस्‍ट पार्टी की सरकार और विपक्ष में मौजूद कांग्रेस के नेताओं के बीच इसे लेकर आरोप-प्रत्‍यारोप का दौर शुरू हो गया है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने शनिवार  कांग्रेस पर निशाना साधते हुए दावा किया कि फिल्म उद्योग में कथित तौर पर मौजूद ‘पावर ग्रुप’ की तरह ही कांग्रेस में भी एक पावर ग्रुप मौजूद है. माकपा के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने एआईसीसी की पूर्व सदस्य सिमी रोजबेल जॉन द्वारा एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्‍यू का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि महिला नेताओं को पार्टी में आगे बढ़ने के लिए दल के नेताओं की ‘कृपा’ की जरूरत होती है.

उन्होंने आगे कहा कि रोजबेल के अनुसार विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ‘पावर ग्रुप’ का हिस्सा हैं. माकपा के राज्य सचिव ने कहा, ‘सतीशन ने दावा किया कि माकपा में एक ‘पावर ग्रुप’ है. लेकिन, उनकी एआईसीसी सदस्य के अनुसार, उनकी पार्टी में भी ऐसा ही एक ग्रुप है और वह (सतीशन) उसका हिस्सा हैं.’ गोविंदन एक दिन पहले सतीशन द्वारा लगाए गए इस आरोप का जिक्र कर रहे थे कि मलयालम फिल्म उद्योग ‘‘घोटाले’’ के आरोपियों को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ माकपा के भीतर एक ‘पावर ग्रुप’ द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है.

‘वरिष्ठों की ‘‘कृपा’’ पर महिला..’
माकपा नेता ने कहा कि रोजबेल के अनुसार, कांग्रेस में अवसर पाने के लिए शोषण सहने, नेताओं के साथ संबंध रखने और उन्हें खुश करने के लिए तैयार रहना होगा. गोविंदन ने कहा कि उन्होंने (रोजबेल ने) दावा किया था कि उन्हें कांग्रेस में पद नहीं दिए गए, क्योंकि उनके सतीशन के साथ ‘अच्छे संबंध’ नहीं थे. माकपा नेता ने कहा कि उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस में महिला नेताओं को आगे बढ़ने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ‘‘कृपा’’ की आवश्यकता है.

कांग्रेस में लैंगिक भेदभाव
गोविंदन ने कहा, ‘उन्होंने (रोजबेल ने) आगे कहा कि कांग्रेस में लैंगिक भेदभाव है और फिल्म उद्योग की तरह ही यहां भी एक ‘पावर ग्रुप’ है और सतीशन उसका हिस्सा हैं.’ रोजबेल ने एक टीवी चैनल को दिए अपने साक्षात्कार में ये आरोप लगाए थे और दावा किया था कि सतीशन जैसे पार्टी नेताओं के जो करीबी नहीं होते हैं उन्हें दरकिनार कर दिया जाता है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि सतीशन और हिबी ईडन जैसे नेताओं की आपत्तियों के कारण उन्हें पार्टी में कुछ अवसरों से वंचित रखा गया. रोजबेल के इन आरोपों पर न तो कांग्रेस पार्टी और न ही सतीशन या ईडन ने कोई प्रतिक्रिया दी है.

Tags: Hindi news, Kerala News, Sex Scandal


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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