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bjp-next-president-devendra-fadnavis-become-bjp-national-president-he-give-answer – News18 हिंदी

मुंबई. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने गुरुवार को कहा कि उनके भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की खबरें महज अफवाह हैं और ऐसी खबरों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर पार्टी उनको दिल्ली बुलाना चाहती है, तो वह जरूर जाएंगे. वे न्यूज18 के एक कार्यक्रम में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे.

देवेंद्र फडणवीस ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा कि हमारे गठबंधन में कहीं कोई परेशानी नहीं है. उन्होंने कहा, “हमारे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं और उन्हीं की अगुवाई हमारा गठबंधन ना सिर्फ चुनाव में जनता के सामने जाएगा, बल्कि जीतेगा भी.”

देवेंद्र फडणवीस से किए गए सवाल-जवाब के मुख्य अंश:

सवाल: देवेंद्र जी. हम एक ही सवाल का जवाब तो जानना चाहेंगे जो शायद दिल्ली के लोग ज्यादा जानना चाहते हैं. यहां के लोगों में और दिल्ली की मीडिया में भी बड़े ज़ोर की चर्चा है कि देवेंद्र फडणवीस बीजेपी अध्यक्ष बनकर दिल्ली आ रहे हैं.

देवेंद्र फडणवीस- देखिये ऐसी चर्चाएं चलते रहती हैं. मैं तो कई बार यह मानता हूं कि कुछ खबरें ऐसी होती हैं कि जिस समय खबर देनी है, जगह भी है और कोई खबर नहीं है तो उस समय ऐसी खबरें चला दी जाती है. मैं आपको बहुत स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि मेरी पार्टी को मैं बहुत अच्छे से जानता हूं, मेरी पार्टी को ये पता है कि मेरी महाराष्ट्र में क्या जरूरत है इसलिए मेरी पार्टी मुझे महाराष्ट्र में रखेगी. मैं महाराष्ट्र में रहूंगा, लेकिन जिस दिन मेरी पार्टी कहेगी आपको दिल्ली आना है, तो मैं दिल्ली जाऊंगा. मेरी पार्टी कहेगी कि नागपुर जाकर आप घर में बैठो तो मैं घर में बैठूंगा. मैं पार्टी का सोल्जर हूं, लेकिन इतना पक्का कहता हूं कि अभी जो आपने बात कही वो अफवाह है, उसके ऊपर आप विश्वास मत रखिए.

सवाल: देवेन्द्र जी जैसे लोकसभा चुनाव में याद होगा प्याज के निर्यात पर किसानों में नाराजगी थी, अब क्या हालात हैं?

देवेंद्र फडणवीस- निर्यात पर जो प्रतिबंध लगा था, उसको लेकर किसानों में बड़ी नाराजगी हुई थी, तो कहा गया था कि एक फैक्टर था, किसान आपसे दूर हो गए क्या? अब इन चार पांच महीनों में किसानों की नाराजगी दूर हो चुकी है. प्याज की निर्यात बंदी के कारण एक नैरेटिव तैयार हो गया था, जिसमें किसानों की नाराजगी हमको भुगतनी पड़ी. और कुल मिलाकर केंद्र की सरकार हमेशा ये विचार करती है कि अपने पास कुल मिलाकर देश में प्याज की कितनी मौजूदगी है. हमको कितने पैच की आवश्यकता है और उसके आधार पर फिर एक्सपोर्ट करना है कि नहीं इसका विचार करती है क्योंकि हमने पुराने समय ये भी देखा है कि हम लोगों ने एक्सपोर्ट कर दिया और बाद में उससे दोगुने दामों में हमने पाकिस्तान से इंपोर्ट किया. हमने कई बार ईरान से इंपोर्ट किया है, तो ये परिस्थिति हमारे ऊपर ना आए. इसलिए केंद्र सरकार ने कुछ निर्णय लिए, लेकिन किसानों का भी हम दोष नहीं दे सकते. उनको लगता है कि भाई अगर निर्यात शुरू रहती है तो उनको डोमेस्टिक मार्केट में भी अच्छा भाव मिलता है और इंटरनेशनल मार्केट में भी अच्छा भाव मिलता है. फॉर्च्यूनेटली अभी आप देखें तो मार्केट का भाव बहुत अच्छा है. अभी तो ₹3700 तक भाव चला गया है तो इसलिए राज्य और केंद्र ने भी कुछ शर्तें तो रखी हैं, लेकिन निर्यात को भी परमिशन दी है.

सवाल: तो महायुती में तो कोई झोल नहीं आएगा ना, मतलब शांति से टिकट का बंटवारा हो जाएगा?

देवेंद्र फडणवीस- बिल्कुल, सभी शांति से होगा. शांति के साथ क्रांति करेंगे. लेकिनक्रांति का इंतजार तो देश की जनता को भी होगा.

सवाल: लेकिन जो खिचड़ी की बात हम लोग कर रहे थे देवेंद्र जी… अभी जो खिचड़ी बनी है, वही चलती रहेंगी या चुनाव के बाद हम उम्मीद करें कि तड़के में थोड़ा परिवर्तन आएगा. कुछ पुराने लोग वापस आएंगे या नहीं.

देवेंद्र फडणवीस- देखिए, मैं ऐसा मानता हूं कि ये खिचड़ी नहीं है. एक बहुत अच्छा अलायन्स हमने तैयार किया है और इसमें से कोई बाहर नहीं जाएगा. हम सब लोग साथ में ही इस चुनाव को जीतेंगे और नई सरकार तैयार करेंगे. हमलोगों में नंबर वन के पद को लेकर कोई तनाव नहीं है. तीनों पार्टियां ये मानती हैं कि हमारे सारे नेता एक साथ मिलकर इसका निर्णय ले सकते हैं और दूसरी बात यह है कि अभी तो एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं और शिंदे के मुख्यमंत्री रहते हुए हम चुनाव के सामने जाएंगे. मुख्यमंत्री किसी भी सरकार का प्रमुख होता है, इसलिए हमारे सामने कोई असमंजस की स्थिति नहीं है. चुनाव के बाद भी उस समय हमें क्या करना है? इसका फैसला परिस्थिति के आधार पर तीनों मिलकर करेंगे.

Tags: BJP, Devendra Fadnavis, Eknath Shinde


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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