‘आपके 4 कमरों में से 2 कमरे कांग्रेस और सपा वाले दबोच लेंगे’, जानें PM मोदी ने ऐसा क्यों कहा

आंवला में जनसभा को संबोधित करते पीएम मोदी।
बरेली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बरेली के आंवला में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि मैं यूपी के ओबीसी समाज को गारंटी दे रहा हूं कि मैं आपके आरक्षण का अधिकार सपा और कांग्रेस को छीनने नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि यह मोदी की गारंटी है। पीएम मोदी ने कहा, ‘इंडी गठबंधन किसी भी हद तक जा सकता है। कांग्रेस का खतरनाक पंजा आपका हक छीनने वाला है। OBC, SC के आरक्षण का एक हिस्सा कांग्रेस के एक खास वोट बैंक को दिया जाएगा। यह जानकारी सपा को है, लेकिन, उन्होंने चुप्पी साध रखी है।’
‘4 कमरों में से 2 कमरे कांग्रेस और सपा वाले दबोच लेंगे’
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘कांग्रेस का इरादा है कि OBC का आरक्षण छीनकर उनके खास पसंद वालों को दिया जाएगा। कांग्रेस पार्टी के इन इरादों पर सपा के शहजादे ने भी चुप्पी साध रखी है, यानी उनका कांग्रेस के इस इरादे पर पूरा-पूरा समर्थन है। मातृशक्ति अपने बच्चों के लिए सोना-चांदी, घर बना रही है। इस पर कांग्रेस-सपा की नजर पड़ गई है। यह मंगलसूत्र छीनने की बात करते हैं। कोई मां-बहन मंगलसूत्र छीनने देगी क्या? इनकी नीयत ठीक नहीं है। कांग्रेस ने कहा है कि आपकी मृत्यु के बाद आपकी संपत्ति आपके बच्चों को नहीं मिलेगी। ऐसा टैक्स लगाएंगे कि आपकी संपत्ति जब्त हो जाएगी। अगर 4 कमरे हैं तो 2 कमरे कांग्रेस और सपा वाले दबोच लेंगे। 10 बीघा जमीन में 5 बीघा दबोच लेंगे।’ पीएम मोदी ने यह बात सैम पित्रोदा के ‘विरासत टैक्स’ वाले बयान को निशाना बनाते हुए कही।
‘रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को भी ठुकराया’
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा के ठेकेदार जो खुद को यदुवंशी बताते हैं, ऐसे सपा के परिवारवादी श्रीकृष्ण की बेइज्जती करने वालों की आरती उतार रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है। सपा-कांग्रेस का इंडी गठबंधन तुष्टीकरण के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। सपा-कांग्रेस वाले पहले आए दिन कहते थे कि बीजेपी वाले बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वे हमारा मजाक उड़ाते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे और गालियां देते थे। लेकिन आपके आशीर्वाद से हमने मंदिर भी बनवाया, प्रभु रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा भी हो गई। हमने उन्हें निमंत्रण भी दिया, लेकिन उन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को भी ठुकरा दिया।’