कोर्ट ने आजीवन कारावास दिया, रो रही मासूम का गला दबाकर मारा था | The court gave life imprisonment, the crying innocent was strangled to death

हरदा16 मिनट पहले
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जिले के सिराली थाना क्षेत्र में गत 6 फरवरी 2021 को मामूली झगड़े में पत्नी और 2 साल की बेटी की हत्या के आरोपी पति को प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। एसडीपीओ विनोद कुमार अहिरवार ने बताया कि मामले में आरोपी रामचरण उर्फ गोलू पिता लक्ष्मण ऊईक उम्र 27 साल निवासी पिपल्या को दोषी करार देते हुए न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रकरण में पैरवी जिला अभियोजन अधिकारी आशाराम रोहित और अतिरिक्त लोक अभियोजक विपिन सोनकर ने की है।
सिराली पुलिस के अनुसार 6 फरवरी 2021 को गमसा पिता किशन गोंड उम्र 45 साल निवासी झाड़बीड़ा थाना रहटगांव ने थाने आकर रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें बताया कि उनकी बेटी रितु उर्फ नीतू उम्र 26 वर्ष और नातिन रितिका उम्र 2 वर्ष अपने पति के घर से लापता है। कई जगह तलाश किया। लेकिन उसका पता नहीं लगा।
पुलिस ने गुम इंसान की रिपोर्ट पर महिला एवं बालिका की तलाश शुरू की। लापता महिला के पिता गमसा ने अपने दामाद गोलू उर्फ राम चरण पिता लक्ष्मण निवासी पिपलिया (खुदिया) पर शक जताया था। उनका दामाद सिराली में एक किसान के खेत पर मजदूरी करता है। पुलिस ने शंका के आधार पर गोलू को पकड़ा और पूछताछ की तो उसने एक माह पहले ही दोनों पत्नी एवं उसकी बेटी की हत्या कर दोनों को जंगल में फेंकना बताया था। जिस पर पुलिस ने आरोपित को साथ जंगल में लेकर गई और दोनों के अलग-अलग जगह से नर कंकाल बरामद किए थे।
पुलिस ने आरोपी से जबसख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि पत्नी के साथ उसका घरेलू बातों को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसमें गुस्से में पत्नी के सिर पर फावड़े से मारा जिससे पत्नी की मौत हो गई। वही 2 साल की घर में बहुत रो रही थी इसलिए मैंने उसका भी गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद पत्नी के शव को बोरी में भरकर बाइक पर आगे रखकर बड़झिरी के जंगल में फेंक आया था। वहीं बेटी के शव को भी मकड़ाई के जंगल में झीरपी के पास फेंका। पुलिस ने आरोपित के कथन अनुसार दोनों के कंकाल बरामद किए थे।
पत्नी और मासूम बेटी को मार कर अलग-अलग जंगलों में फेंकने के बाद आरोपी गोलू उर्फ रामचरण वापस खेत में आकर काम करने लगा था। पुलिस ने शव के पास आरोपी को लेकर गई तो जीर्ण शीर्ण अवस्था में कंकाल की हालत में शव मिले उनके ऊपर चमड़ी नहीं थी। मात्र हड्डी का ढांचा मिला था। शवों को जंगली जानवर खा गए पुलिस ने कंकाल के अवशेष जब्त कर कंकाल को जांच के लिए भोपाल लैब में भेजा गया था।
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