मुक्तिधाम पहुंचने से पहले शव को दबंगों ने रोका: पुलिस पहुंची तब हुआ मृतक का अंतिम संस्कार

हरपालपुर। हरपालपुर थाना अंतर्गत कराठा पंचायत के पपटुआ गांव में अपनी निजी जमीन से शमशान जाने के लिए शवयात्रा को रास्ता नहीं जाने देने का मामला सामने आया। इसे लेकर कुशवाहा समाज के लोगों और गांव के नायक परिवार में कहासुनी हो गई। इस दौरान एक घंटे से अधिक समय तक शवयात्रा रुकी रही। कुशवाहा समाज के लोगों ने वहीं रास्ते मे शव रखकर इसकी शिकायत हंड्रेड डायल, तहसीलदार सहित जिले वरिष्ठ अधिकारियों से की।जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत कराठा के गांव पपटुआ के रहने वाले टुण्डे कुशवाहा पिता छिदामी कुशवाहा की बीमारी के चलते 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। मृतक के परिजन कुशवाहा समाज के लोग उनकी शवयात्रा लेकर शमशान घाट जा रहे थे। लेकिन शमशान घाट से पहले गांव के रामेंद्र नायक ने अपनी निजी जमीन से शवयात्रा को रास्ता देने से मना कर दिया। उन्होंने बताया जो रास्ता शमशान घाट के लिए गया उससे होकर क्यों नहीं शवयात्रा ले जा रहे है। उनकी निजी ज़मीन जिसकी चारों ओर तार फेंसिंग है यह रास्ता उनकी निजी भूमि पर है इसलिए वह ये शव को अपने रास्ते से नहीं निकलने देंगे। जबकि बगल से शमशान घाट जाने का रास्ता है जिस पर कुशवाहा समाज के लोग ही अतिक्रमण किए हैं। हम अपनी निजी भूमि से शमशान घाट जाने के लिए वैकिल्पक रास्ता नहीं देंगे इससे उन खेतों की फसलों को नुकसान होगा। इस बात से नाराज कुशवाहा समाज के लोगों वहीं रास्ते में शव रख दिया। इसकी शिकायत जब थाना पुलिस, तहसीलदार को लगी तो मौके पर हंड्रेड डायल पहुँची। मौक़े पहुंचे आरक्षक ब्रजपाल सिंह सेंगर, पायलट श्याम सिंह मीडियाकर्मियों की समझाइश के बाद शवयात्रा आगे बढ़ कर शमशाम घाट पहुँची। जहाँ मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। मामले में कुशवाहा समाज के लोगों का कहना हैं हम लोग वर्षो से इसी रास्ते से शवयात्रा लेकर शमशान घाट जाते हैं।
इनका कहना
शवयात्रा के रोके जाने की शिकायत मिली है। मौके पर जाकर रास्ते का क्या विवाद है निरीक्षण कर जल्द सुलझाने का प्रयास करता हूं। मौके पर पटवारी भेजकर रिपोर्ट मांगी है।
संदीप तिवारी, तहसीलदार, नौगांव