गाय के गोबर के कारोबार से सोलापुर के ये भाई-बहन हो रहे मालामाल, कीमत कर देगी हैरान

सोलापुर: दक्षिण सोलापुर तालुका में वडकबल के प्रो. भाई-बहन उमा बिराजदार और रुद्रप्पा बिराजदार ने आध्यात्मिक प्रेरणा ली और एक गौशाला की स्थापना की. उन्होंने इस गौशाला में स्वयं सहायता समूह की 250 से 300 महिलाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराया है. इसके साथ ही इन दोनों बहन-भाई ने अपने-अपने खेतों में गोसेवा भी शुरू कर दी है.
गाय के गोबर के महत्व पर हमेशा बहस होती रहती है. कई लोग इससे सहमत हैं और कई लोग इसे सच नहीं मानते. हालाँकि, गाय की उपयोगिता पर संदेह करने का कोई कारण नहीं है. यह सोलापुर के प्रो. उमा बिराजदार ने अपनी कटव्वा देवी गौशाला में इसे साबित कर दिखाया है.
बिना मिलावट के तैयार की जाती है कौड़ियां
यहां बिना किसी मिलावट के पांच इंच गोल कौड़ियां तैयार की जाती हैं. एक पैकेट में 11 उपले होती हैं और इसे 25 रुपये में बेचा जाता है. भारतीय घरों में पूजा, हवन के लिए उपलों का इस्तेमाल होता है.
FIRST PUBLISHED : August 12, 2024, 12:47 IST
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