खजुराहो के मंदिर अद्भुत एवं भव्य है: राज्यपाल तीन दिवसीय भ्रमण पर, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने की अगवानी

छतरपुर। प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल तीन दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत शनिवार की संध्या विष्व पर्यटन नगरी खजुराहो पहुंचे। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने खजुराहो एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी करते हुए उन्हें पुष्प गुच्छ भेंट किया। इस अवसर पर पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के सचिव षिवषेखर शुक्ला, कलेक्टर संदीप जी आर, पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा सहित प्रषासनिक एवं पुलिस अमला मौजूद रहा।प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल 48वें खजुराहो नृत्य समारोह का शुभारंभ रविवार 20 फरवरी की शाम 7 बजे करेंगे। यह आयोजन पष्चिम समूह मंदिर के कंदरिया महादेव एवं देवी जगदम्बी के प्रांगण में होगा। इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाष सखलेचा, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, खजुराहो सांसद व्ही.डी. शर्मा भी उपस्थित रहेंगे। राज्यपाल ने पष्चिमी मंदिर समूह दर्षन की शुरुवात मतंगेष्वर महादेव की पूजा-अर्चना कर प्रदेष एवं जनता की खुषहाली की कामना कीराज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने पष्चिमी मंदिर समूह दर्षन की शुरुवात मतंगेष्वर महादेव की पूजा-अर्चना से की। उन्होंने महादेव की पूजा-अर्चना करते हुए प्रदेष के साथ-साथ प्रदेष की जनता की खुषहाली एवं समृद्धि की कामना की। मतंगेष्वर महादेव प्रांगण के मनोहारी मंदिर की स्थापित कला का मुआयना किया और स्थापित चित्रण शैली की जानकारी ली। इसीक्रम में राज्यपाल ने पंचायतन शैली के मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित चित्रगुप्त मंदिर, विष्वनाथ मंदिर, नंदी मण्डप, बारह मंदिर का न सिर्फ अवलोकन किया अपितु प्रत्येक मंदिरों की सीढिय़ों को चढक़र मंदिर के गर्भगृह पहुंचे। जहां उन्होंने आत्मिक आस्था से पूजा-अर्चना की। पूजा-अर्चना करने मंदिर को निहारने से उन्हें आत्मीय प्रसन्नता मिली। मंदिर दर्षन के बाद उन्होंने विजीटर पंजी में लिखा की खजुराहो के मंदिर अद्भुत एवं भव्य है। यहां की कलाकृतियां देखकर मन बहुत प्रसन्न हुआ। भारतीय पुरातत्व एवं ट्यूरिज्म विभाग को यहां उत्तम रख-रखाव के प्रबंधन के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं दी। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने मतंगेष्वर महादेव की पूजा एवं दर्षन करने के बाद मंदिर प्रांगण में दिल्ली एवं इंदौर से आये ट्यूरिस्टों के साथ बात चीत की और ग्रुप फोटो भी ख्ंिाचवाया।मंदिर दर्षन के बाद राज्यपाल ने कंदरिया महादेव के प्रांगण में बैठकर खजुराहो के अद्भुत देवालयों एवं षिल्पसाधना की कलाकृतियों की रचना को मंत्रमुग्ध होकर देखा। एक हजार वर्ष पुरानी मंदिर की स्थापना कला को देखकर वह आत्मिक रूप से प्रसन्न हुए। यहां उन्होंने लाइट एण्ड साउण्ड शो की प्रस्तुति के साथ-साथ खजुराहो की स्थापना के संबंध में की गई प्रस्तुति की गाथा को सुना।