अजब गजब

पट्टे की खेत से बन गए ‘राजकुमार’, सब्जी की खेती में अपनाई ये विधि, खूब होता है उत्पादन, सालाना तगड़ी कमाई

फरीदाबाद. भिंडी की खेती दुनिया भर में बहुत आम और लोकप्रिय है. साल भर भिंडी की बाजार में अच्छी डिमांड रहने के साथ कीमत भी ठीक मिलती है. डॉक्टरों की मानें तो भिंडी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज लवणों जैसे कैल्शियम, फास्फोरस के अतिरिक्त विटामिन ‘ए’, बी, ‘सी’, थाईमीन एवं रिबोफ्लेविन भी पाया जाता है. यह सेहत के साथ इनकम भी काफी बनाता है. राजकुमार उत्तर प्रदेश से के रहने वाले हैं फिलहाल फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में पिछले 4 सालों से भिंडी की खेती कर रहे हैं. राजकुमार ने बताया भिंडी की खेती करके 1 साल में 1 लाख से 2 लाख रुपए तक कमा लेते हैं.

पट्टे की खेत से हुए मालामाल

राजकुमार ने Local18 को बताया यह खेत हमने पट्टे पर ले रखा है. जिनका खेत हैं उनको पैसे देते हैं और अपने से खुद खेती करते हैं. पट्टे पर खेत लेने के बाद और पैसे देने के साथ हम खेत में कुछ भी खेती कर सकते हैं. भिंडी के अलावा तोरई की खेती भी करते हैं. घीया की खेती भी करते हैं. मिर्च की खेती करते हैं और भी बहुत चीजों की खेती करते हैं. भिंडी की खेती यदि फरवरी में बुआई की जाए तो हो सकता है 1 साल में 2 लाख रुपए का किला हो. 2 लाख रुपए तक का बचत हो सकती है.

भिंडी की खेती में इन खाद का करें प्रयोग 
राजकुमार ने बताया बुवाई के समय पर गुल बनाने पर 50 किलो डीएपी मिला ली जाती हैं. उसके बाद बीज चुबाया जाता हैं. बीज चौबाने के बाद फिर नलाब शुरू हो जाता हैं. नलाब शुरु करने के बाद दूसरे नलाब पर फिर डीएपी बिखर कर फिर मिट्टी चढ़ा दी जाती हैं. 50 किलो बीज आती हैं. फिर उसके बाद दवाइयां का प्रयोग चलता रहता है. जो भी दवाइयां आती रहती हैं, उनको लगाते रहते हैं.

राजकुमार यह भिंडी की खेती पिछले 23 सालों से कर रहे हैं और पिछले 5 सालों से राजकुमार बल्लभगढ़ में रह रहे हैं और बल्लभगढ़ में रहकर राजकुमार भिंडी की खेती कर रहे हैं. राजकुमार भिन्डी के अलावा तोरई की भी खेती करते हैं. तोरई की खेती भी पहले जोताई करके उसमें भी डीएपी ऐसे ही लग जाती है. जैसे भिन्डी की खेती में लगाते हैं, एक महीने बाद फिर हम नराब करते हैं. फिर उसके बाद दूसरा नराब करते हैं. खाद डीएपी और पानी लगा करके फिर चालू. तोरई भी सालाना 1 लाख रुपए का एक किला हो जाता हैं.

ऐसे बचाएं कीड़े से फसल को
भिंडी में जब कीटनाशक कीड़े लग जाते हैं, तो भिंडी को कीड़ों से कैसे बचाएं और राजकुमार ने Local18 को बताया दवाई 505 लगाते हैं. कालिया हैं उसे लगाते हैं, पाउडर आता है फिर उसे भी लगाते हैं. ग्रीष्मकालीन भिंडी की बुवाई फरवरी-मार्च में तथा वर्षाकालीन भिंडी की बुवाई जून-जुलाई में की जाती है.  यदि भिंडी की फसल लगातार लेनी है तो तीन सप्ताह के अंतराल पर फरवरी से जुलाई के मध्य अलग-अलग खेतों में भिंडी की बुवाई की जा सकती है.

पूरे परिवार का चलता है खर्च
राजकुमार के साथ भिन्डी की खेती करने में उनका सहयोग उनके परिवार के लोग ही करते हैं. राजकुमार के परिवार में कुल 8 लोग हैं. राजकुमार ने बताया एक लड़का उनके साथ खेत में सहयोग करता है. एक लड़का ड्राइवरी करता है. राजकुमार का पूरा परिवार का खर्चा इस भिंडी की खेती से ही चलता है. राजकुमार भिंडी की खेती करके सालाना 2 लाख रुपए कमा लेते हैं. इसी भिंडी की खेती करके राजकुमार के परिवार का सारा खर्चा चल रहा है.

Tags: Agriculture, Faridabad News, Haryana news, Local18, Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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