New discovery of IIT Indore | कैंसर के लिए यह इलाज कीमोथैरेपी से बेहतर, नुकसान भी कम

इंदौर25 मिनट पहले
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आईआईटी इंदौर के केमिस्ट्री और बायोमेडिकल साइंस और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग विभाग के शोधकर्ताओं ने कैंसर के उपचार का नया तरीका खोज निकालते हुए रुथेनियम आधारित ऐसे नैनो जेल का आविष्कार किया है, जो शरीर में मौजूद कैंसर सेल पर दो तरफा वार करेगा। यह सामान्य कीमोथैरेपी से बेहतर होगा क्योंकि यह कैंसर सेल के अलावा अन्य सेल को नहीं मारेगा। इसमें मौजूद रुथेनियम-ग्लूकोज कॉम्प्लेक्स अगर लीक हो भी जाता है तो वो शरीर से बाहर न निकलते हुए शरीर में ही मौजूद अन्य कैंसर सेल को ढूंढेगा और उन पर वार करेगा।
यह रिसर्च डिपार्टमेंट ऑफ केमिस्ट्री के प्रोफेसर सुमन मुखोपाध्याय और डिपार्टमेंट ऑफ बायोसाइंसेज के प्रोफेसर अविनाश सोनवने की टीम ने की है। शेष |पेज 14 पर
रुथेनियम के कारण साइड इफेक्ट भी कम होंगे
कैंसर के लिए वर्तमान में या तो प्लेटिनम आधारित ड्रग दिया जाता है या फिर ऑर्गेनिक मॉलिक्यूल आधारित कॉम्प्लेक्स। दोनों ही स्वस्थ सेल को भी मारती हंै, जिससे मरीज में बहुत कमजोरी तो आती ही है साथ ही अन्य साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। प्रो. मुखोपाध्याय ने बताया कि रुथेनियम इस समस्या का समाधान हो सकता है। इस पर आधारित दवा की तलाश भी लंबे समय से की जा रही है।
मछली पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नजर नहीं आया
प्रोफेसर सोनवने ने बताया कि इस शोध को कई प्रकार से टेस्ट भी किया गया है और सभी में यह देखने को मिला कि नैनो जेल सिर्फ कैंसर सेल को ही प्रभावित करते हैं, स्वस्थ सेल पर कोई प्रभाव नहीं डालते। इसका एक प्रयोग मछलियों पर भी किया गया था, जिनमें कोई प्रतिकूल असर नहीं दिखा। हालांकि इंसानों पर इसके प्रयोग के लिए और अध्ययन करने की जरूरत है।
आईआईटी इंदौर के केमिस्ट्री विभाग की प्रोफेसर सुमन मुखोपाध्याय की टीम।
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