जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित: संविदा स्वास्थ्यकर्मी 18 दिन से हड़ताल पर, न्याय यात्रा निकालकर अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का किया प्रयास

छतरपुर। जिले के 650 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी नियमितीकरण सहित अपनी अन्य मांगों को लेकर विगत 15 दिसम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय पर न्याय यात्रा निकालकर अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया। उल्लेखनीय है कि लगभग 18 दिन से चल रही इस हड़ताल के कारण पूरे जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित है। न्याय यात्रा में जिले भर के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल हुए और धरना स्थल से शुरु होकर छत्रसाल चौक, चौबे तिराह, खड़े हनुमान जी मंदिर, महल तिराह होते हुए वापिस धरना स्थल पर पहुंची। इस दौरान संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हाथों में तख्ती लिए नारे लगा रहे थे। वहीं मॉडर्न पैथोलॉजी के संचालक अभिषेक सोनी ने चौबे तिराहा पर फूल मालाओं से न्याय यात्रा का अभिनंदन किया। हड़ताल में शामिल जिला अस्पताल की फिजियोथैरेपिस्ट नेहा खरे श्रीवास्तव ने बताया कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने हमेशा ही स्वास्थ्य विभाग को पूरी ईमानदारी के साथ अपनी सेवाएं दी हैं। यहां तक कि कोरोना काल में भी अपनी जान हथेली पर रख कर सेवाऐं दीं बावजूद इसके सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने बताया कि जब तक सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा।
सडक़ दुर्घटना का शिकार हुआ संविदा चिकित्सक

राजनगर ब्लॉक के घूरा में पदस्थ सीएचओ डॉ. अतुल कुमार गुप्ता न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए राजनगर से छतरपुर आ रहे थे इसी दौरान ग्राम चौबर के समीए एक बच्चा उनकी बाइक के सामने आ गया और उसे बचाते हुए डॉ. अतुल कुमार का संतुलन बिगड़ जाने के कारण वे सडक़ पर गिरकर जख्मी हो गए। घायल अवस्था में उन्हें जिला अस्पताल लाया गया। डॉ. अतुल का एक पैर दो जगह से फ्रैक्चर हुआ है।