अजब गजब

कभी नहीं बनाया अपना कोई प्रोडक्ट, दूसरों का सामान बेचकर बने 95000 करोड़ के मालिक, कहलाते हैं कोला किंग

हाइलाइट्स

रवि जयपुरिया की नेटवर्थ 2014 के बाद से लगातार बढ़ी.
आज वह 11 अरब डॉलर से अधिक की नेटवर्थ रखते हैं.
उनकी 2 प्रमुख कंपनियां देव्यानी इंटरनेशनल और वरुण बेवरेजज हैं.

नई दिल्ली. रवि जयपुरिया का जन्म 1953 में हुआ था. वह 3 भाइयों में सबसे छोटे थे. 1987 में परिवार का बंटवारा हो गया और रवि के हाथ में एक बॉटलिंग प्लांट आया था. बंटवारे से पहले उनका परिवार कोका-कोला के लिए बॉटलिंग का काम करता था. बॉटलिंग से तात्पर्य कंपनी के पेय पदार्थ को बॉटल में पैक करने से है. रवि को जो बॉटलिंग प्लांट मिला, उसमें उन्होंने पेप्सिको के लिए काम शुरू कर दिया. इसके बाद उनकी गाड़ी ऐसी तेज रफ्तार ट्रैक पर आई कि आज वह भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल हो गए हैं.

रवि जयपुरिया की नेटवर्थ आज 11.6 अरब डॉलर है. भारतीय करेंसी में यह 95,000 करोड़ रुपये से अधिक है. वह भारत के 18वें सबसे अमीर शख्स हैं. दुनिया के अरबपतियों में उनका स्थान 232वां है. उनकी कंपनी का नाम वरुण बेवरेजेज है. उनकी एक और कंपनी है जिसके अंतर्गत कई इंटरनेशनल फूड ब्रांड्स भारत में काम करते हैं.

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केएफसी, पिज्जा हट भी
रवि जयपुरिया की दूसरी कंपनी का नाम देव्यानी इंटरनेशनल है. यह कंपनी भारत में केएफसी, पिज्जा हट और कोस्टा कॉफी का कारोबार चलाती है. यहां से भी रवि जयपुरिया को अच्छी कमाई होती है. वरुण बेवरेज और देव्यानी इंटरनेशनल दोनों ही कंपनियां शेयर मार्केट में लिस्टेड हैं. वरुण बेवरेजेज 2016 में तो देव्यानी इंटरनेशनल 2021 में लिस्ट हुई थी.

यहां भी लगा पैसा
रवि जयपुरिया के पास होटल श्रृंखला लेमन ट्री में भी हिस्सेदारी है. हालांकि, यह माइनॉरिटी स्टेक्स ही हैं. इसके अलावा हेल्थकेयर ब्रांड मेदांता में भी रवि की हिस्सेदारी है. रवि जयपुरिया का बिजनेस मोरक्को, श्रीलंका, जाम्बिया, मोजम्बिक और नेपाल में भी फैला है. रवि जयपुरिया के दोनों कंपनियों के नाम उनके बच्चों के नाम पर हैं. उनकी बेटी का नाम देव्यानी और बेटे का नाम वरुण. 1985 में एक प्लेन क्रैश में उनकी पत्नी का निधन हो गया था.

नेटवर्थ
रवि जयपुरिया फोर्ब्स की शीर्ष 100 अमीर भारतीयों की सूची में बने हुए हैं. 2022 में उनकी संपत्ति में तेज उछाल दर्ज किया गया है. 2014 से लगातार उनकी नेटवर्थ में बढ़ोतरी हो गई है. 2014 में उनकी नेटवर्थ 1.5 अरब डॉलर थी जो अब बढ़कर 11 अरब डॉलर से अधिक हो गई है.

Tags: Business, Business news, Business news in hindi, Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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