मध्यप्रदेश

When fired from his job, the young man went to his employer’s house and slit his throat, police said get him treated or else a case will be filed | खजराना की घटना: नौकरी से निकाला तो युवक ने मालिक के घर जाकर खुद का गला काटा, पुलिस बोली इलाज कराओ वर्ना केस होगा – Bhopal News


खजराना इलाके में नेल आर्ट एवं टैटू शॉप संचालित करने वाली महिला को उनके यहां काम कर चुके नौकर ने धमकाया। उन्होंने थाने में रिपोर्ट की तो शनिवार को युवक महिला के घर पहुंचा और ब्लेड से गला काट लिया। इसकी सूचना भी थाने पर दी तो पुलिस ने फरियादी को ही धमक

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खजराना की सिद्धि विनायक कॉलोनी में रहने वाली अन्नू राठौर ने बताया कि उनकी नेल एवं टैटू आर्ट की शॉप है। हमने एक माह पूर्व मो. रिजवान खान (23) निवासी भिश्ती मोहल्ला सदर बाजार को नौकरी पर रखा था। वह कस्टमर्स को चाय-कॉफी और पानी देने का काम करता था। हमें रिजवान का बर्ताव और चाल-चलन ठीक नहीं लगा तो उसे नौकरी से निकाल दिया। इसी बात पर वह शुक्रवार को मेरे बंगले पर आया और गाली गलौज कर मुझे व मेरे पति को धमकाने लगा। हमने थाने में शिकायत की तो पुलिस ने अदम चेक काट दिया।

कस्टमर के गोपनीय वीडियो बनाता था, इसलिए निकाला
आरोपी रिजवान पर आरोप है कि वह टैटू बनवाने आने वाले कस्टमर्स के गोपनीय ढंग से मोबाइल में वीडियो बनाता था। इसलिए उसे नौकरी से निकाला था। वह दोबारा नौकरी पर आने के लिए दबाव बनाकर परेशान करने लगा।

शनिवार सुबह ब्लेड लेकर आया
अन्नू ने बताया, शनिवार सुबह मैं पति के साथ घर पर थी, तभी रिजवान आया और विवाद करने लगा। सूचना देने के डेढ़ घंटे बाद तक पुलिस नहीं आई। इस बीच आरोपी ने अपने पास रखी ब्लेड से हमारे घर में ही गला काट लिया। खून निकलने के उसके वीडियो बनाए फिर डायल 100 को, थाने पर प्रदीप तोमर व एक अन्य को मोबाइल नंबर 7587630578 पर सूचना दी। डेढ़ घंटे बाद तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।

पुलिस पर केस में फंसाने का आरोप
अन्नू का आरोप है कि पुलिस का बर्ताव हमारे प्रति बहुत खराब रहा। हमें धमकाया तो हम आरोपी को उपचार के लिए ले गए। एमएलसी होने के तीन घंटे बाद भी पुलिस बयान लेने नहीं आई। इसके बाद इलाज का खर्च भी हमें ही देने का दबाव बनाते हुए हमें केस में फंसाने की धमकी देने लगे। एडि. डीसीपी ने भेजी टीम तो हुई कार्रवाई-हमने पूरे मामले की जानकारी जोन-2 के एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह को दी। इसके बाद एसीपी खजराना और टीआई मनोज सेंधव को जांच के लिए भेजा।


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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