टीवी पर सुना सीएम का भाषण, बदल गई बुद्धि, फिर इस शख्स ने किया ऐसा काम, अब लाखों में इनकम

बांका. काम वही करना चाहिए जिसमें आपका मन लगे, चाहे वो बिजनेस हो या नौकरी. जिस क्षेत्र में आपका मन लगता हो, उसी में सफलता हासिल की जा सकती है. इसी का उदाहरण बांका जिले के बाराहाट प्रखंड अंतर्गत सिमरिया गांव निवासी गौतम कुमार वैध हैं. उन्होंने कई काम छोड़कर बेकरी का उद्योग शुरू किया और आज वे न केवल खुद को बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं. उनके इस व्यवसाय से सालाना 5 लाख रुपये का मुनाफा हो रहा है.
बेकरी संचालक गौतम ने बताया कि ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद कई प्राइवेट कंपनी में काम किया लेकिन वहां मन नहीं लग रहा था, इसी दौरान टेलीविजन के माध्यम के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भाषण सुन रहा था तो उस भाषण ने हमारी किस्मत ही बदल दी, उस संबोधन में सीएम नीतीश कुमार ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा था की नौकरी मत करो बल्कि रोजगार का सृजन करो, जिसे अपने अलावे दूसरों को भी रोजगार दे सकेंगे. इसके बाद मैंने सोचा कि क्यों ना खुद का उद्योग शुरू किया जाए लेकिन आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होने के कारण काफी दिनों तक गांव में आकर बेकार बैठा रहा. इसी दौरान न्यूज़ 18 माध्यम से मुख्यमंत्री उधमी योजना के बारे में पता चला और फिर तुरंत ही आवेदन देकर योजना का लाभ लेने का प्रयास और पहले प्रयास में सफलता मिल गई.
कैसे तैयार किया जाता है पावरोटी
जिसके बाद 2022 से बेकरी उघोग संचालन कर रहे है. आज वो 10 लोगो रोजगार भी दे रहे है. उन्होंने बताया कि बेकरी में स्वच्छता एवं शुद्धता का ध्यान रखते हुए पावरोटी, करंची बिस्किट,खाजा,मीठा बिस्किट,रस सहित दर्जनों आइटम तैयार किया जाता है.संचालक बताते है कि पावरोटी बनाने के लिए मैदा, चीनी, रिफाइन, डालडा, डाबर पॉवर, बकीन सहित अन्य सामाग्री का इस्तेमाल होता है. उन्होंने बताया की 15 किलो मैदा में 70 ट्रे पावरोटी बनता है और प्रत्येक ट्रे में 12 पीस पावरोटी रहता है. कुल मिलाकर 840 पावरोटी तैयार होता है.
बिल्कुल खराब नहीं होगा
उन्होंने बताया कि होलसेल रेट 60 रुपए किलो के हिसाब से बेचा जाता है. जबकि अगर कोई पैकेट के हिसाब से लेता है तो 15 रुपए प्रति पैकेट दिया जाता है. जिसमें 12 पीस पावरोटी रहता है. वहीं दुकानदार इसे 2 रुपए प्रति पीस के हिसाब से बेचते हैं. दुकानदारों को एक पैकेट पर 8 रूपए की बचत हो जाती है. साथ ही बताते हमारे यहां तैयार की गई प्रोडक्ट स्थानीय बाजार के आलावे सीमावर्ती राज्य झारखंड के गोड्डा में भी सेल किया जाता है, जिससे सालाना के 5 लाख रुपए से अधिक की कमाई होती है.
Tags: Banka News, Local18, Success Story
FIRST PUBLISHED : August 4, 2024, 10:45 IST
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