Ambulance did not reach the village | गांव में नहीं पहुंची एम्बुलेंस: बैलगाड़ी में सड़क तक लाई गई प्रसूता, अस्पताल पहुंचने के पहले ही डिलीवरी – Betul News

बैतूल में खराब सड़क के चलते गुरुवार को एंबुलेंस गांव नहीं पहुंची तो एक प्रसूता को बैलगाड़ी में लिटाकर सड़क तक लाना पड़ा। तब कहीं उसे एंबुलेंस मिल सकी। इस देरी के चलते महिला अस्पताल भी नही पहुंची। उसे पहले ही उसकी एंबुलेंस में डिलीवरी हो गई। मामला घोड
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यहां ग्रामीण महिला ललिता को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो परिजनों ने उसे अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस को बुलाया था। हालांकि, गांव से मुख्य सड़क तक रास्ता इतना बदहाल है कि एंबुलेंस वहां पहुंच ही नहीं सकती थी। ऐसे में परिजन दर्द से तड़पती महिला को एक बैलगाड़ी में लिटाकर सड़क तक लेकर पहुंचे।
करीब दो किमी की इस दूरी को तय करने भी बड़ा वक्त लगा।जिसके चलते वह एंबुलेंस तक तो पहुंची। लेकिन अस्पताल पहुंचने के पहले ही उसकी डिलीवरी हो गई। उसने एंबुलेंस में ही बेटी को जन्म दिया। यहां 108 ईएमटी आशीष नर्रे ने एंबुलेंस में ही महिला की डिलीवरी करवाई। जिसके बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर में लाकर भर्ती किया गया। जहां जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ है।
दोनों जच्चा-बच्चा को भर्ती कर स्वास्थ्य जांच की जा रही है। बता दें कि इसके पहले भीमपुर खंड के चिल्लौर में एक महिला को इसी तरह ग्रामीण खटिया पर लिटाकर ढाई किमी का पैदल सफर तय ग्रामीण एंबुलेंस तक लाए थे।
प्रसव के लिए बैलगाड़ी में लेटाकर प्रसूता को सड़क तक ले जाते परिजन।
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