फिरंगी पहाड़ बना नकली आयल बनाने का अड्डा: खाद्य विभाग की मिली भगत से आयल माफिया फैलाये है अवैध आयल का काला साम्राज्य

।। छतरपुर जिले भर में इन दिनों खाने वाली तेल की बड़ी कम्पनी पैर पसार रही है , तेल टैंकर से आता है लेकिन ब्रांड का लेबल यहां लगाया जाता है , तेल एक,, ब्रांड अनेक बड़ा खेल प्रशासन को जानकारी तक नही। इस मामले पर संज्ञान तो लिया गया लेकिन जिला खाद्य अधिकारी के हिसाब से **?
नरेंद्र सर्राफ।। छतरपुर
जहर के कई किस्मों के बारे में आपने सुना होगा। जो कि आसानी से लोगों को उपलब्ध नहीं होता है लेकिन छतरपुर शहर सहित जिले की तहसील क्षेत्र में एक अनोखा जहर तैयार किया जा रहा है। जो कि यहां खुले आम लोगों को उपलध होता है। बिना किसी रोक टोक और बिना किसी कार्यवाही के डर से इस जहर की दर्जनों आयल मिल छतरपुर शहर के फिरंगी पहाड़ पर नोगांवरोड पर ब तहसील अंतर्गत लगी ऑयल मील संचालित की जा रहीं हैं। जो कि बकायदा अपने नाम के ब्रांड से लोगों के बीच अपनी पहचान बनाये हुए है। जी हाँ यहां बात हो रही है नोगांव , बमीठा खजुराहो राजनगर में निर्मित नकली मिश्रित आयल की जो कि सुप्रीम कोर्ट की रोक और सरकार के बनाये गए नियमों से परे होकर तैयार किया जा रहा है। जिसे बेख़ौफ़ होकर लोगों के बीच बेचा जा रहा है। वहीं जिला प्रसाशन इस अवैध कारोबार को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है।
तहसील क्षेत्र के आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में सचालित अवैध कारोबार
नोगांव , खजुराहो, राजनगर, बमीठा में एक दो नहीं बल्कि दर्जनों आयल मिल की अवैध बिना किसी लाइसेंस संचालित की जा रहे हैं। जो जहां बंद दरबाजों के अंदर ये खतरनाक जहर रूपी आयल तेल अवैध तैयार किया जाता है। वहीं तहसील प्रसाशन की नाक के नीचे इसे दिन के उजाले एवं रात के अँधेरे में दुकानों पर सप्लाई किया जाता हैं। वहीं अवैध तेल माफिया बेख़ौफ़ होकर इस गोरख धन्धे को अंजाम देने में लगे हुए हैं।
**बीमारियों को दे रहे है न्यौता**
कैंसर लीवर हार्ड जैसी घातक बीमारियों का प्रमुख कारण माने जाने वाले को लेकर सरकार द्वारा तमाम विज्ञापन जारी किये जाते हैं। व अधिक प्रयोग में लाने के लिए तमाम प्रकार की स्कीमें चलाईं जातीं हैं। जिससे कि लोग अधिक से अधिक इसका प्रयोग करें और इस गोरखधंधे की काली कमाई से उन्हें अधिक मुनाफ़ा हो।
*नोगांव , राजनगर तहसील क्षेत्रों में खाना पूर्ति मात्र की होती कार्यवाही**
-सरकार द्वारा अवैध तेल को लेकर भले ही सख्ती बरती जा रही हो लेकिन नोगांव, राजनगर खजुराहो में अवैध तेल माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि उन्हें सरकार व कोर्ट के किसी भी आदेश का कोई खौफ नहीं और वह बेख़ौफ़ होकर इस गोरखधन्धे को अंजाम देने में लगे हुए हैं। वहीं जिला प्रसाशन भी कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति करने से बाज नहीं आ रहा है। वैसे सूत्रों की माने तो जिला में बैठे खाद्य विभाग के अधिकारी कारबाही करने में बहुत ही सुस्त नजर आ रहे है साहब छतरपुर में पदस्त है और कभी भी विभागीय स्तर पर जांच करने क्षेत्र में नही निकलते या तो मीडिया में खबर छपेगी तब अपने दफ्तर से बाहर निकलते या जब कोई तीज त्योहार पर केवल अपने लिए तीज त्यौहार पर खुशियां बटोरने और एक दो दुकानों पर दिखावे के लिए छापेमारी की कार्यवाही कर फोटो खिंचवाकर मीडिया में सुर्खियां बटोर कर चले जाते है, क्षेत्र में आज भी ठेलों या मिठाई की दुकानों में कितनी गुडवत्ता वाली मिठाई बेचते है इससे इनको कोई फर्क नही पड़ता खराब मिठाई या किसी भी तरह की खाद्य पदार्थ जो खराब हो जाती है उसको खा कर लोग बीमार हो रहे होंगे इससे भी विभाग को कोई लेना देना नही क्योकि की जिम्मेदार विभाग को तीज त्योहारों पर हरियाली मतलब है।