See in 10 photos… Guru Purnima fair in Khandwa | 10 फोटो में देखिए… खंडवा में गुरूपूर्णिमा मेला: दादा दरबार से ज्यादा भीड़ शहर में, खूब चले भंडारे; मंगलसूत्र चोरी हुए – Khandwa News

ये दृश्य दादा मंदिर मार्ग में गणेश गौशाला तिराहे का है। बड़ी तादाद में श्रद्वालुओं ने दादा दरबार की ओर कूच की।
खंडवा में गुरूपूर्णिमा के मेले में लाखों श्रद्वालु पहुंचे है। ये मानकर चलिए कि दादा धूनीवाले के दरबार में सुबह से शाम तक सवा दो लाख श्रद्वालुओं ने दर्शन किए है। शहर की सड़कों से लेकर बाजार और भंडारों की बात की जाए तो यहां मंदिर से ज्यादा श्रद्वालु थे।
.
10 फोटो से जानिए, दिनभर के घटनाक्रम, मेले की भव्यता…
दादा धूनीवाले आश्रम ट्रस्ट के अनुसार, सुबह से दोपहर तक मंदिर में निर्बाध रूप से दर्शन होते रहे। दोपहर की सेवा के दौरान दर्शन रोकना पड़े। इस दौरान 6 नंबर गेट पर बनाए गए दोनों जिक जैक भरा गए। गुरूपूर्णिमा के पहले दिन जहां डेढ़ लाख श्रद्वालुओं ने समाधिस्थल के दर्शन किए थे, वहीं दूसरे दिन शाम तक सवा दो लाख श्रद्वालु पहुंचे।

दादा दरबार पहुंचे भक्तों ने अखंड धूनीमाई में नारियल व हवन सामग्री की आहूति दी। इस दौरान धूनीमाई से लपटें उठती रही। दोपहर में धूनीमाई का टेंप्रेचर 60 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। मंदिर प्रशासन को बीच-बीच में धूनीमाई में आहूति बंद करवाना पड़ी। इस दौरान सेवादारों ने लाइन में खड़े भक्तों से नारियल लिए, अगरबत्ती और पूजन सामग्री ले ली।

दादाजी का मेला अनुशासन का प्रतीक होता है। श्रद्वालु भी पूरी आस्था, निष्ठा के साथ दर्शन के लिए पहुंचता है। खास बात रही कि मेले के दौरान बारिश नहीं हुई। सुबह से लेकर शाम तक घने बादल छाएं रहे, मंदिर के गुंबद पर बादल मंडराते रहे लेकिन बरसात थमीं रही। जबकि मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया था।

दादाजी के मेले में एक तरफ झूले-चकरियां सजी थी। दूसरी तरफ लोग भंडारों में प्रसादी लेकर पेट भर रहे थे। लेकिन एक दृश्य ऐसा भी देखा गया कि एक बालिका अपने परिवार की आजीविका के लिए करतब दिखा रही थी। घंटाघर पर शरकस के दौरान बालिका ने हाथ में लट्ठ थामा और रस्सी पर पैदल चलकर करतब दिखाया। लोगों ने करतब देखकर तालियां बजाई तो वहीं भावुक हो गए।

दादाजी के दरबार में हर आम और खास व्यक्ति ने मत्था टेका। यहां कोई वीआईपी नहीं होता है। भंडारों में प्रसादी के लिए अमीर हो या गरीब हर कोई कतार में था।

दादाजी मंदिर मार्ग पर जलेबी चौक से गणेश गौशाला तक भयंकर भीड़ रही। इस दौरान महिला चोर गैंग भी सक्रिय रही। करीब दो दर्जन महिलाओं के मंगलसूत्र काटे गए। सिंगोट के पास इटावा गांव से आई वंदना नामदेव दर्शन कर लौट रही थी। अंजनी टॉकिज के पास उसका मंगलसूत्र कट गया। 5 ग्राम का पैंडल था, जिसकी कीमत 50 हजार रुपए थी। महिला के परिजन ने चोर महिला की शिनाख्त की। लेकिन पुलिस ने सादे कागज पर नाम-पता और मोबाइल नंबर लिख लिया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।

दादाजी की नगरी में सिर्फ सेवा, सेवा और सेवा को तवज्जों दी गई। लोगों ने इस महापर्व पर व्यापार करने की बजाय सेवा की। शहर में करीब 250 स्थानों पर भंडारे आयोजित हुए, भक्तों को कतारबद्व तरीके से प्रसादी वितरित की गई तो वहीं उन्हें बैठाकर या बफर की तर्ज पर भोजन प्रसादी दी गई। भंडारों में पाव भाजी, भजिये, आलू पपड़ी, साग-पुड़ी, दाल-बाफले, पोहा, जलेबी, बेक , ब्रेड पकोड़ा आदि प्रकार के व्यंजन वितरित किए गए।

बुरहानपुर से मेले में आई दो बच्चों की मां ममताबाई का मोबाइल व कवर में रखे 3200 रूपए गायब हो गए। उन्होंने रामेश्वर चौकी प्रभारी राजेंद्र सय्यदे से शिकायत की। कहा कि वह घर जाकर क्या जवाब देगी। मोबाइल ढूंढ दीजिए। पुलिस ने सायबर सेल की मदद से मोबाइल टॉवर से लोकेशन निकाली। आस-पास सर्चिंग की तो एक महिला के पास मोबाइल पाया गया। मोबाइल और पैसे महिला को दिए गए।

दादाजी की नगरी में पहुंचे भक्तों की सेवा के लिए एक तरफ सामाजिक, धार्मिक, व्यवसायिक संस्थाए आगे रहती है। वहीं शासकीय कार्यालय ने भी भंडारा आयोजित किया। इंदौर नाका स्थित विपणन संघ कार्यालय व पेट्रोल पंप पर सब्जी-पुड़ी की प्रसादी वितरित की गई। डीएमओ रोहित श्रीवास्तव एवं स्टाफ ने दिनभर भक्तों की सेवा की। इस दौरान उनका व्यवसायिक प्रतिष्ठान पेट्रोल पंप बंद रहा।

16 खोली के पास कंजर मोहल्ले में मारपीट की घटना हो गई। दो युवक आपस में भिड़ गए। बताते है कि किसी युवती से छेड़छाड़ की बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। लोहे कड़ा लगने से एक युवक की गर्दन में चोंट आई है, वहीं दूसरे को सिर में लगी है। एसपी मनोज राय के मुताबिक, आरोपियों को थाना मोघट रोड़ पुलिस ने हिरासत में लिया है।
Source link