लॉकडाउन और गूगल ने खोला रास्ता, अब ब्रांडेड को टक्कर देता है ‘मेड इन गोड्डा’ थैला, डिजाइन व बनावट भी खास

गोड्डा. गोड्डा के श्री राम स्वयं सेवा ट्रस्ट के द्वारा गृह उद्योग में बनाया जाने वाला जुट का सामान देश भर में सप्लाई होता है. जिसमें दर्जनों महिलाएं खुद से अपनी घर में कई अलग और अनोखे डिजाइन का जुट का थैला तैयार करती है. इसका स्प्लाई ऑफलाइन और ऑनलाइन मध्यम से देश भर में किया जाता है. जूट की कई नई और अनोखे प्रकार का आइटम आपको बाजारों में नही मिलेगा. गोड्डा के नहर चौक में इस प्रकार के जूट का आइटम लॉकडाउन के समय से ही बनाया जा रहा है.
लॉकडाउन और गूगल ने खोला रास्ता
ट्रस्ट की संचालिका नीना कुमारी ने बताया की उन्होंने लॉकडाउन में गूगल से इस प्रकार के बैग और थैलो को बनाना सीखा है. इस बैग को बनाने के लिए जूट के कपड़ों का थान वह कलकत्ता से मंगवाती है. जिसे मोहल्ले की महिलाए दिन में अपने घर के काम को खत्म करने के बाद बनाती है. रोजाना 3-4 घंटे में 300-400 रुपए तक कमा लेती है.
बनता है 4 प्रकार के आइटम
वह जूट के 4 प्रकार का आइटम बनाती है. जिसमें जूट का सामान्य थैला, महिलाओ का पर्स, सोल्जर बैग, लैपटॉप बैग, दस्तावेज रखने वाला फाइल, जिसकी कीमत 100 रुपए से 500 रुपए तक है. अलग-अलग डिजाइन के आइटम की कीमत सामान के हिसाब से लगती है. इसके अलावा अगर आप अपने किसी संस्था के कारक्रम में या संस्था के कर्मियों के बीच किसी भी प्रकार के बैग को देना चाहते है, तो इन बैग में संस्था का लोगो और डिटेल प्रिंट भी करा कर दिया जाता है. जिसमें 50 रूपए प्रति बैग की कीमत बढ़ जाती है. वहीं प्रिंट के बाद जुट का हर आइटम काफी खूबसूरत भी लगता है. जिसे आप ऑनलाइन किसी भी एप्लीकेशन से खरीद सकते है.
FIRST PUBLISHED : July 20, 2024, 22:25 IST
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