फ्लिपकार्ट में की नौकरी, वाॅलमार्ट को आंखे दिखाकर खड़ा किया अपना पेमेंट ऐप, आज 99,000 करोड़ के ज्यादा कंपनी की वैल्यू

नई दिल्ली. देश में उभरते फिनटेक कंपनियों ने आज डिजिटल भुगतान को काफी आसान बना दिया है. अब आप बिना बैंक जाए केवल अपने मोबाइल से महज कुछ सेकंड के भीतर हजारों रुपये ट्रांसफर कर सकते हैं. देश में यूपीआई पेमेंट प्लेटफॉर्म के तौर पर पेटीएम (Paytm) और फोनपे (Phonepe) का दबदबा है. गूगल ने भी अपना पेमेंट ऐप गूगल पे (Google Pay) लॉन्च किया, लेकिन उतना लोकप्रिय नहीं हो पाया, जितना की पेटीएम और फोनपे. पेटीएम और उसके फाउंडर विजय शेखर शर्मा के बारे में आपने बहुत कुछ पढ़ा होगा, लेकिन फोनपे की सक्सेस स्टोरी और इसके फाउंडर्स के बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी है. आप यह जानकर हैरान होंगे कि 99,400 करोड़ रुपये वैल्यूएशन वाली इस कंपनी की शुरुआत फ्लिपकार्ट (Flipkart) के तीन पूर्व कर्मचारियों ने की थी. जी हां, 2015 में समीर निगम, राहुल चारी और बुर्जिन इंजीनियर ने फोनपे की नींव रखी थी. आज की बात करें तो फोनपे मोबाइल रिचार्ज से लेकर स्कूल फीस, रसोई गैस और बिजली-पानी के बिल तक भरने के लिए पेमेंट सॉल्यूशन मुहैया करा रहा है.
फोनपे की यात्रा में तब महत्वपूर्ण मोड़ आया जब इसे फ्लिपकार्ट ने 20 मिलियन डॉलर से भी कम में खरीद लिया. बाद में वॉलमार्ट ने फ्लिप्कार्ट में अधिकांश हिस्सेदारी खरीद की जिसके बाद, वॉलमार्ट ने फोनपे पर अप्रत्यक्ष नियंत्रण प्राप्त कर लिया. 2022 में एक साहसिक कदम उठाते हुए, फोनपे ने फ्लिपकार्ट से अलग होकर स्वतंत्र रूप से काम करना शुरू कर दिया.
डिजिटल भुगतान में लाई क्रांति
समीर निगम ने व्हार्टन बिजनेस स्कूल से एमबीए और यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना से कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री पूरी की है. फोनपे ने डिजिटल वॉलेट, UPI भुगतान, बिल भुगतान और निर्बाध खरीद लेनदेन सहित अपनी सेवाओं की व्यापक रेंज के माध्यम से व्यक्तियों और व्यवसायों दोनों के लिए वित्तीय प्रबंधन में क्रांति ला दी है. प्लेटफॉर्म ने 2023 में क्रॉस-बॉर्डर UPI भुगतान और हाइपरलोकल शॉपिंग और कॉमर्स ऐप पिनकोड के लॉन्च के साथ अपनी पेशकशों का विस्तार किया.
90,000 से अधिक कंपनी की वैल्यूएशन
आज फोनपे के पास 50 करोड़ से अधिक कस्टमर और 37 लाख से ज्यादा व्यापारियों के साथ, UPI और भारत बिल भुगतान प्रणाली में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखता है. फोनपे को पिछले साल 350 मिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल हुई थी. कतर इनवेस्टमेंट अथॉरिटी, माइक्रोसॉफ्ट, टेन्सेंट और टाइगर ग्लोबल कंपनी में मुख्य निवेशक हैं. नवंबर 2023 तक, फोनपे की वैल्यूएशन 12 बिलियन डॉलर (99,400 करोड़ रुपये से अधिक) से अधिक था.
IPO की तैयारी
भारत के सबसे बड़े यूपीआई पेमेंट गेटवे में से एक फोनपे अब शेयर मार्केट में लिस्ट होने की तैयारी कर रही है. कंपनी के सीईओ समीर निगम में हाल ही में खुलासा किया था कि वह 2024-2025 तक कंपनी का आईपीओ (IPO) ला सकते हैं.
Tags: Business news, Digital payment, UPI Payment
FIRST PUBLISHED : July 2, 2024, 11:42 IST
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