बाइक, कार, बसों से वसूला जुर्माना, कुछ ने की बहस, कुछ बिना चालान दिए निकले | Fines recovered from bikes, cars, buses, some argued, some left without challan

नर्मदापुरम15 मिनट पहले
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नर्मदापुरम में मंगलवार को नर्मदा कॉलेज तिराहे पर मोबाइल कोर्ट लगी। सीजेएम रीतू कटारिया की मौजूदगी में मोबाइल कोर्ट का आयोजन हुआ। जिसमें तिराहे से गुजरने वाले बाइक, कार, बसों की चैकिंग की गई। बिना हेलमेट, तीन सवारी, बिना सीट बेल्ट लगाकर गाड़ी ड्राइव करने व काले शीशे वाले वाहनों को रोककर जुर्माना वसूला गया। यातायात व कोतवाली थाने के स्टॉफ ने कई वाहनों को पकड़ा। बाइक, कार को पकड़ने वाले कुछ वाहन चालक बहाने बनाते रहे। लेकिन उनसे जुर्माना वसूला गया।

चैकिंग के दौरान कुछ वाहन चालकों ने बहस भी की। लेकिन उनसे जुर्माना वसूला गया। कुछ वाहन चालक चकमा देकर बिना जुर्माना भरे ही भाग गए। महिला कांस्टेबल द्वारा एक सफेद रंग की कार को रोकने हाथ दिया। कार के ड्राइवर ने कांस्टेबल को कट मारने की कोशिश की। कांस्टेबल दूर हट गई। जिससे वे चोटिल होने से बच गया। बाद में उस कार में बैठे ड्राइवर व एक व्यक्ति ने यातायात थाना प्रभारी उमाशंकर यादव व स्टॉफ से बहस भी की। आखिर में वे बिना जुर्माना दिए गाड़ी ले गए। यातायात थाना प्रभारी उमाशंकर यादव ने बताया 87 वाहनों से 49 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया।

जिपं अध्यक्ष की गाड़ी की प्लेट पर कपड़ा ढकवाकर छोड़ा
चैकिंग के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष की प्लेट लगी गाड़ी भी पुलिस ने पकड़ी। जिसे रोका गया। गाड़ी में जिला पंचायत अध्यक्ष नहीं बैठे होने से ड्राइवर को यातायात थाना प्रभारी यादव ने फटकार लगाई। उसे कहां कि जब अध्यक्ष नहीं है तो प्लेट खुली क्यों रखी। नेमप्लेट पर कपड़ा ढकवाया गया। फिर गाड़ी को जाने दिया गया। कोई भी जुर्माना नहीं लिया गया।

क्या है मोबाइल कोर्ट
यातायात थाना प्रभारी यादव ने बताया मोबाइल कोर्ट का मतलब किसी भी स्थान पर खड़े होकर गाड़ियों की चैकिंग की जाती। स्पॉट से ही वाहन पर जुर्माना कर चालान वसूला जाता है।
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