कलेक्टर के निर्देश के बाद भी शुरू नहीं हुई अस्पताल में चैकिंग पान, तंबाकू के दाग, धब्बों से बर्बाद हो रही नई बिल्डिंग

छतरपुर। विगत रोज जिले के नवागत कलेक्टर संदीप जी आर ने जिला अस्पताल का निरीक्षण करते हुए सबसे पहला निर्देश देते हुए अस्पताल प्रबंधन को परिसर की सफाई दुरूस्त करने की बात कही थी। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से कहा था कि जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों के परिजनों की मुख्य गेट पर ही तंबाकू, पान और गुटखे की जांच की जाए ताकि ऐसे लोग अस्पताल में गंदगी न फैलाएं। कलेक्टर के निर्देश के बावजूद जिला अस्पताल में 48 घंटे गुजरने के बाद भी यह व्यवस्था शुरू नहीं हो पायी है।
अस्पताल के पार्किंग स्थल से लेकर मुख्य द्वार तक तीन सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए गए हैं। इन सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी है कि कलेक्टर के उक्त आदेश का पालन करते हुए अस्पताल में प्रवेश करने वाले लोगों की जांच करें लेकिन सिक्योरिटी गार्ड बिना रोकटोक ही सभी को प्रवेश देते हुए नजर आए। अस्पताल में गैर जिम्मेदार सुरक्षा व्यवस्थाओं के कारण ही चारों तरफ गंदगी फैल रही है। लगभग 30 करोड़ रूपए की लागत से बनी इस बिल्डिंग में कई जगह पान और तंबाकू के धब्बे नजर आ रहे हैं।
ऊपरी फ्लोर से पान, गुटखा थूक रहे लोग, सीढिय़ां भी गंदी
अस्पताल के मुख्य बरामदे में प्रवेश करते ही सामने की ओर फिजियोथैरेपी डिपार्टमेंट मौजूद है जिसकी पूरी छत लाल हो चुकी है। इस छत पर दूसरे और तीसरे फ्लोर पर भर्ती होने वाले मरीजों के परिजन पान, तंबाकू थूकते हैं जिसके कारण यह पूरी तरह से गंदी हो चुकी है। यही हालत अस्पताल के ऊपरी हिस्सों तक ले जाने वाली सीढिय़ों की है जहां चारों तरफ गुटखा थूका गया है। अस्पताल के बाहरी हिस्से में भी पान, गुटखा थूकने के धब्बे तो हैं ही। मेडिकल कचरा भी नजर आ रहा है।