देश/विदेश

‘वह बहुत डीसेंट लड़का था… अब वो हमसे काफी दूर चला गया है…’ शहीद कैप्टन थापा की मां ने सरकार के लिए कही यह एक बात

हाइलाइट्स

डोडा में हुई जबरदस्त मुठभेड़ में शहीद हो गए कैप्टन ब्रिजेश पाठकपिता को बेटे के यूं चले जाने की खबर पर सहसा यकीन ही नहीं हुआवहीं मां ने कहा कि वह हमेशा के गुम हो गया है. कैप्टन थापा ने इंजीनियरिंग की थी.

सिलीगुड़ी: जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकवादियों और सेना के बीच हुई जबरदस्त मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन ब्रिजेश थापा के माता पिता की बातें आंखों में नमी और सीने में दहक पैदा करती हैं. कैप्टन थापा के पिता खुद एक रिटार्यड कर्नल हैं लेकिन बेटे के यूं चले जाने की खबर पर उन्हें सहसा यकीन ही नहीं हुआ. वहीं मां ने कहा कि वह हमेशा के गुम हो गया है. कैप्टन थापा ने इंजीनियरिंग की थी मगर वह हमेशा ही आर्मी में जाने का मन बनाए रहते थे. चाचा योगेश थापा ने कहा कि कैप्टन ब्रिजेश थापा का शव बुधवार तक सौंप दिया जाएगा

‘वह हमेशा आर्मी में शामिल होना चाहता था…’

कैप्टन थापा की मां नीलिमा थापा कहती हैं कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है जिसने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी. उन्होंने कहा, ‘मेरा बेटा हमेशा के लिए गुम हो गया… वह हमारे पास कभी नहीं आएगा… रात 11 बजे हमें खबर मिली… वह बहुत डीसेंट लड़का था… वह हमेशा आर्मी में शामिल होना चाहता था… हम उन्हें बताते थे कि सेना में जीवन कठिन है.. मुझे बहुत गर्व है मेरे बेटे ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी… अब वो हमसे काफी दूर चला गया है… सरकार ऐसे नहीं बैठेगी.. कार्रवाई करेगी…सरकार ने कार्रवाई शुरू कर भी दी है. ‘

‘जब मुझे बताया गया तो विश्वास ही नहीं हुआ…’

वहीं कैप्टन थापा के पिता कर्नल भुवनेश थापा (सेवानिवृत्त) ने अपने बेटे को याद करते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि उनके बेटे ने देश के लिए और देश की सुरक्षा के लिए कुछ किया है. न्यूज एजेंसी एनएआई से बातचीत में कर्नल भुवनेश थापा (रिटायर्ड) ने कहा कि सरकार आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. वह कहते हैं, ‘जब मुझे बताया गया कि वह नहीं रहे तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ. वह बचपन से ही भारतीय सेना में जाना चाहते थे… वह मेरी आर्मी ड्रेस पहनते थे और घूमते थे… इंजीनियरिंग करने के बाद भी वह वह अभी भी सेना में जाना चाहता था.. उसने एक ही बार में परीक्षा पास कर ली और सेना में भर्ती हो गया… मुझे गर्व है कि मेरे बेटे ने देश के लिए और देश की सुरक्षा के लिए कुछ किया… मैं उनसे दोबारा नहीं मिल पाऊंगा, पर मुझे खुशी है कि उन्होंने अपने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया.’ (न्यूज एजेंसी एएनआई से इनपुट)

Tags: Jammu and kashmir encounter, Jammu kashir latest news, Jammu kashmir, Jammu Kashmir Terrorist


Source link

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!