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शहीद की पत्‍नी का अपमान करने वाले पर चला पुलिस का डंडा… लिया गया ऐसा एक्‍शन, जीवनभर होगा गलती का एहसास

हाइलाइट्स

कैप्‍टन अंशुमन सिंह सियाचिन में साथियों को बचाते वक्‍त शहीद हो गए थे.अंशुमन की वाइफ और मां को मरणोपरंत कीर्ति चक्र दिया गया है.अंशुमन की वाइफ स्‍मृति पर सोशल मीडिया पर एक शख्‍स ने अभद्र टिप्‍पणी की.

नई दिल्‍ली. शहीद कैप्‍टन अंशुमन सिंह की पत्‍नी स्‍मृति सिंह के खिलाफ अभद्र टिप्‍पणी करने के मामले में दिल्‍ली पुलिस ने कार्रवाई की है. पुलिस ने इस मामले में सोशल मीडिया पर अश्‍लील पोस्‍ट डालने वाले शख्‍स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. इस बात की संभावना मजबूत है ही जल्‍द ही उसे अरेस्‍ट भी कर लिया जाए. सियाचिन ने अपने साथियों की जान बचाते वक्‍त कैप्‍टन अंशुमन बीते साल वीरगति को प्राप्‍त हो गए थे. एक सप्‍ताह पहले राष्‍ट्रपति भवन में अंशुमन की पत्‍नी और मां को द्रौपति मुर्मू ने मरणोपरांत कीर्ति चक्र सौंपा था.

इतनी कम उम्र में कैप्‍टन अंशुमन की वाइफ स्‍मृति सिंह के विधवा होने की तस्‍वीरें जैसे ही सामने आई, देखते ही देखते वो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. हर कोई शहीद की पत्‍नी और मां के प्रति अपनी संवेदनाएं व्‍यक्‍त कर रहा था. इसी बीच एक शख्‍स ने सोशल मीडिया पर शहीद की वाइफ पर अभद्र टिप्‍पणी की. देश के लोगों में इस युवक के प्रति गुस्‍सा भी सोशल मीडिया पर ही देखने को मिला था. जिसके बाद राष्‍ट्रीय महिला आयोग (NCW) की तरफ से इस मामले में एक्‍शन लिया गया था.

सोशल मीडिया साइट से मांगी गई जानकारी
महिला आयोग ने दिल्‍ली पुलिस को पत्र लिखकर इस युवक पर एफआईआर दर्ज कर तुरंत उसे अरेस्‍ट करने की मांग की थी. दिल्‍ली पुलिस के मुताबिक इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन (IFSO) यूनिट में इस संबंध में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. मुकदमे में भारतीय न्‍याय संहिता और आईटी एक्‍ट की धाराओं को जोड़ा गया है. साथ ही पुलिस ने सोशल मीडिया साइट से भी संपर्क किया है. उनसे अभद्र टिप्‍पणी करने वाले हैंडल के संबंध में जानकारी मांगी गई है.

पारिवारिक कलह भी आई सामने
बता दें कि इस मामले में कैप्‍टन अंशुमन सिंह की वाइफ और उनके माता-पिता के बीच विवाद की खबरें भी सामने आई है. माता-पिता का आरोप है कि बहू स्‍मृति सिंह कीर्ति चक्र और सरकार से शहीद को मिली रकम लेकर अपने मायके लौट चुकी है. उनके हाथ कुछ भी नहीं लगा. वो अकेले ही अपना आगे का जीवन जीने को मजबूर हैं.

FIRST PUBLISHED : July 13, 2024, 16:10 IST


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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