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शेरनी के प्यार में पागल हुए 2 शेर, पार कर दी मगरमच्छों से भरी खतरनाक नदी, ऐसी दीवानगी देखी है कहीं…

प्यार के अनूठे किस्से तो आपने खूब सुने होंगे कि किसी ने चाहत में अपनी जान दे दी, तो किसी ने पहाड़ लांघ दिए. लेकिन ये सब इंसानी किस्से हैं. कभी सुना है कि किसी जानवर ने अपनी प्रेमिका को पाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी हो. मगर ये सच है और ऐसा जोखिम उठाया दो शेरों ने. खास बात ये है कि ये दुर्लभ प्रजाति के शेर हैं. अवैध शिकार के कारण पैंथेरा प्रजाति के शेरों की आबादी केवल पांच वर्षों में लगभग आधी हो गई है.

शेरनियों के प्यार की तलाश में दो शेरों ने ना केवल दुनिया की सबसे खतरनाक नदी को तैर कर पार कर दिया, बल्कि घना जंगल और ऊंचे पहाड़ भी लांघ दिए. इन शेरों ने दरियाई घोड़ों और मगरमच्छों भरी अफ्रीकी नदी को 1.3 किलोमीटर तक तैरकर पार किया. इस साहस के साथ अफ्रीकी शेरों का सबसे लंबे समय तक तैरने का रिकॉर्ड बन गया. दोनों शेर आपस में भाई बताए जाते हैं. इन शेर भाइयों की जोड़ी में से एक कई खतरनाक घटनाओं से बचने के लिए जाना जाता है. वैज्ञानिकों ने इसे जैकब नाम दिया और इस शेर को एक नायक करार दिया है.

‘इकोलॉजी एंड इवोल्यूशन’ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के लेखकों के अनुसार, शेरनियों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करने और तैराकी से पहले के घंटों में मादा प्रेम के लिए लड़ाई हारने के बाद दोनों शेरों ने खतरनाक यात्रा पर निकलने का निर्णय किया क्योंकि उन्हें नदी के दूसरी ओर शेरनी मिलने की संभावना थी.

अध्ययन से जुड़े लोगों ने ड्रोन कैमरों की मदद से काजिंगा चैनल को पार करने से पहले युगांडा में क्वीन एलिजाबेथ नेशनल पार्क से गुजरते शेरों का वीडियो बनाया.

इस रिसर्च को करने वाले ऑस्ट्रेलिया की ग्रिफिथ यूनिवर्सिटी के लेखक अलेक्जेंडर ब्रैक्ज़कोव्स्की ने कहा कि वे सबसे अधिक जोखिम का सामना करने वाले अफ्रीकी शेर को देख रहे हैं. उस पर एक भैंसे ने हमला किया. उसके परिवार को शेर के शरीर के अंगों के व्यापार के लिए जहर दे दिया गया था. वह शिकारियों के जाल में फंस गया था और आखिर में अवैध शिकार की एक घटना में उसने पैर खो दिया. उसका पैर स्टील के जाल में फंस गया था.

अध्ययन से संबंधित एक वीडियो फुटेज में नदी के पास पहुंचने से पहले जैकब नेशनल पार्क में लंगड़ाते हुए और अपने भाई टीबू को रास्ता दिखाते हुए दिखता है.

दोनों शेर एक फरवरी, 2024 को पानी के किनारे चलना शुरू करते हैं और पानी में घुसते हैं. उन्हें किसी खतरे या किसी जानवर या फिर पानी की तेज धारा का सामना करने से पहले हर बार एक निश्चित दूरी तक तैरकर चैनल पार करने के तीन प्रयास करते हुए देखा जा सकता है. फिर मजबूरन उन्हें वापस किनारे पर जाना पड़ता है. लेकिन चौथे प्रयास में दोनों भाई तैरकर नदी पार करने में सफल हो गए और चार फरवरी को पार्क के कटुंगुरू क्षेत्र में पहुंच गए. साथी और आवास की तलाश में शेरों की यह तैराकी उनकी आबादी के हिसाब से बड़ा उदाहरण है.

ब्रैक्जकोव्स्की ने कहा कि जैकब और टीबू की बड़ी तैराकी इस बात का एक और उदाहरण है कि हमारी कुछ सबसे प्रिय वन्यजीव प्रजातियों को मानव-प्रधान दुनिया में आवास और साथी खोजने के लिए कठिन निर्णय लेने पड़ रहे हैं.

Tags: Ajab Gajab news, Love Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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