17-year-old minor accused of being locked up in the Leopard Police Station and beaten up: said- Police had come to the house to arrest uncle, sister | नाबालिग का आरोप- पुलिस ने मेरे साथ मारपीट की: बोला- ताऊ को पकड़ने घर आई पुलिस ने बहन को थप्पड़ मारा, कारण पूछा तो मुझे भी पीट दिया – Shivpuri News

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शिवपुरी जिले की तेंदुआ थाना पुलिस पर एक 17 साल के नाबालिग ने थाने में बंद कर बेवजह मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। 17 वर्षीय युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं तेंदुआ थाना प्रभारी ने नाबालिग के साथ मारपीट से इनकार किया है। पुलिस ने युवक
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दरअसल, आज दोपहर तेंदुआ थाना पुलिस दीघोदी गांव में जिला बदर आरोपी को गिरफ्तार करने पहुंची थी। नाबालिग का आरोप है इस दौरान उसकी बहन को पुलिस ने थप्पड़ मार दिए थे। इसके चलते वह थाने पहुंचा था। जहां भी उसे बेरहमी से पीटा गया। जिला अस्पताल में इलाज करवा रहे नाबालिग की पीठ पर मारपीट के निशान भी दिखाई दिए।
बहन को भी थप्पड़ मारने के आरोप
तेंदुआ थाना क्षेत्र के दीघोदी गांव के रहने वाले नाबालिग का कहना है कि तेंदुआ थाना पुलिस आज, रविवार की दोपहर उसके ताऊ को घर गिरफ्तार करने पहुंची थी। इस दौरान पुलिस ने उसकी बहन को थप्पड़ मार दिया। इसके बाद वह तेंदुआ थाना पहुंचा था।
उसने तेंदुआ थाना पुलिस से घर में घुसकर बहन में थप्पड़ मारने के कारण पूछा तो थाना प्रभारी विवेक यादव सहित अन्य पुलिस कर्मी उसे थाने के कमरे में लेकर गए और जमकर पिटाई कर दी। उसके एक अन्य ताऊ ने तेंदुआ थाना पहुंचकर उसे छुड़ाया। इसके बाद वह उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे।
डेढ़ साल पहले हो चुकी नाबालिग के पिता की हत्या
जानकारी के मुताबिक जिस नाबालिग ने पुलिस पर मारपीट के आरोप लगाए हैं उसके पिता की 18 जनवरी 2023 की शाम तीन सगे भाइयों सहित चार लोगों ने जमीन विवाद में हत्या कर दी थी। ताऊ भी आदतन अपराधी है।
जिला बदर को गिरफ्तार करने पहुंची थी पुलिस
तेंदुआ थाना प्रभारी विवेक यादव का कहना है कि दीघोदी गांव के जिस व्यक्ति को हमने गिरफ्तार किया है, वह आदतन अपराधी है। चुनाव के समय उसे जिला न्यायधीश ने जिला बदर घोषित किया था। फिर भी उसकी घर होने की सूचना मिली थी। इसके बाद उसे घर से पकड़ा था और थाने ले आए।
इस दौरान गिरफ्तार किए गए जिला बदर बदमाश के घर कोई विवाद नहीं हुआ। कुछ देर बाद उसका भतीजा थाने आया था। वह अपने ताऊ को छोड़ने की जिद पर अड़ा था। उसे थाना परिसर में बैठाकर परिजनों को सूचित किया गया था। कुछ देर बाद उसके परिजन उसे ले गए थे। मारपीट जैसी कोई घटना हुई ही नहीं है। नाबालिग जो भी आरोप लगा रहा है वह निराधार हैं।
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