पुणे पोर्श मामले में नया मोड़, अस्पताल में दिखी दूसरी लग्जरी कार, आखिर कौन आया था इससे?

पुणे पोर्श मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस की जांच में पता चला है कि जिस दिन ब्लड सैंपल बदले गए थे, उस दिन पुणे के ससूर अस्पताल में एक दूसरी लग्जरी कार भी देखी गई थी. अब इससे रहस्य और भी गहरा गया है. क्योंकि पहले ही तय हो चुका है कि आरोपी की मां और दादा एक ही कार में थे. तो आखिर ये दूसरी लग्जरी कार किसकी थी?
पुलिस का मानना है कि पोर्श कार से 2 लोगों को रौंदने वाले आरोपी की मां शिवानी अग्रवाल और दादा सुरेंद्र अग्रवाल एक ही कार से ससून अस्पताल आए थे. लेकिन जब से ये दूसरी लग्जरी कार नजर आई है, तबसे रहस्य और गहरा गया है. पुलिस इस कार को पहचाने की कोशिश कर रही है. सूत्रों का ये भी कहना है कि दूसरी कार में सवार लोगों ने अस्पताल में काम करने वाले घाटकांबले से बात की. इसी शख्स को ब्लड सैंपल बदलने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई थी. घाटकांबले अस्पताल में चपरासी था और आरोपी डॉ. अजय टावरे के अधीन काम करता था. पुलिस ने कहा कि वे अब दूसरी कार में बैठे लोगों की तलाश कर रहे हैं.
ब्लड सैंपल बदलने के लिए जिन दो लोगों ने डॉक्टरों और आरोपी के पिता के बीच बातचीत करवाई थी, उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनकी पहचान अश्पक मकंदर और अमर गायकवाड़ के रूप में की गई है. जांच में पता चला है कि इन लोगों ने ब्लड सैंपल बदलने के लिए 3 लाख रुपये लिए. दोनों को 10 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. सबूतों से छेड़छाड़ के मामले में आरोपी डॉक्टरों और किशोर के माता-पिता को अदालत में पेश किया जाएगा.
बता दें कि महाराष्ट्र के पुणे में 19 मई की सुबह दो आईटी पेशेवरों को एक रईसजादे ने कार से टक्कर मार दी थी. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी. पुलिस का दावा है कि उस समय किशोर शराब के नशे में था. वह एक रियल एस्टेट डेवलपर का बेटा है. पुलिस ने उसके माता-पिता और दो डॉक्टरों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. इन पर ब्लड सैंपल बदलने के लिए लेनदेन का आरोप है. यहां तक कि युवक के दादा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
FIRST PUBLISHED : June 5, 2024, 17:12 IST
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