मध्यप्रदेश

18 month old child bitten by a snake | 18 महीने के बच्चे को सांप ने काटा: अस्पताल ले जाते समय हुई मौत, खजूरी इलाके की घटना – Bhopal News

खजूरी थाना इलाके में सांप के काटने से 18 महीने के बच्चे की मौत हो गई है। यह घटना तब हुई जब बच्चा अंदर कमरे में खेल रहा था, डॉक्टर के यहां ले जाने पर बच्चे को मृत घोषित कर दिया। यहां पर डॉक्टर ने हाथ पर सांप के काटे जाने का निशान दिखाया। पुलिस के जांच

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करण सिंह ने बताया कि यह घटना सुबह 10 बजे की है, जब आर्यन (18) अंदर खेल रहा था, रोने की आवाज आने पर माता पिता तुरंत ही आर्यन को अस्पताल लेकर गए, जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया, हाथ पर सांप के काटे जाने जैसा निशान देखकर संदेह हुआ है कि इसे सांप ने काटा होगा, यह परिवार उमाधाम कॉलोनी में रहता है जहां पर आसपास कई खेत भी बने हैं, इससे पूरी संभावना जताई जा सकती है कि किसी खेत से सांप आसानी से अंदर आ गया होगा।

खजूरी थाना इलाके की घटना।

16 जून को भी आया था एक मामला सामने
राजधानी भोपाल के गोविंदपुरा क्षेत्र में रहने वाली 6 वर्ष की मासूम बच्ची को 16 जून सुबह लगभग 4 बजे सोते समय बाएं पैर में जहरीले सर्प ने डस लिया। जिसके बाद बच्ची को कस्तूरबा अस्पताल में ले गए, जहां सुविधा के अभाव में निजी अस्पताल रोशन में रेफर कर दिया गया। यहां भी ठीक से इलाज नहीं हो रहा था तो परिजनों ने तुरंत हमीदिया अस्पताल ले जाने का निर्णय लिया। तब तक बच्ची काफी सीरियस हो चुकी थी। हमीदिया अस्पताल पहुंचते ही बच्ची को वेंटिलेटर में रखा गया और अस्पताल की टीम ने बच्ची का इलाज शुरू कर दिया। दो दिन तक बेहोशी की हालत में बच्ची को वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। इसके बाद धीरे-धीरे बच्ची ठीक होने लगी अब बच्ची लगभग ठीक है, हालांकि अभी अस्पताल में भर्ती है।

सांप के काटने पर क्या करें और क्या न करें…

क्या न करें-

  • काटे हुए जगह पर टाइट कपड़े न बांधे।
  • जहर को चूसकर निकालने की कोशिश न करें।
  • काटे हुए जगह पर जहर निकालने के लिए कोई कट न लगाएं।
  • एल्कोहल, चाय या कॉफी बिल्कुल भी न पीएं। इससे जहर तेजी से फैल सकता है।
  • किसी तरह का ठंड़ा, गर्म सिंकाई न करें। न ही कोई क्रीम लगाएं।
  • दर्द के लिए एस्पीरिन न लें। इससे ब्लीडिंग बढ़ सकती है।

क्या करें-

  • टाइट कपड़े या गहने तुरंत उतार लें।
  • जहां पर काटा हो उस हिस्से को हार्ट के लेवल से नीचे रखें।
  • घायल को जितना हो सके स्थिर रखें, इससे जहर बॉडी में फैलने से रोक सकते हैं।
  • घायल को शांत रखने की कोशिश करें जिससे उसे शॉक लगने से बचाया जा सके।
  • काटने के 4 घंटे के अंदर ही एंटीवेनम का इंजेक्शन लगवा लें।
  • जहां काटा हो, उसे हल्के कपड़े से कवर कर लें।

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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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