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पुलिस प्रशासन एवं खनिज विभाग की मिली भगत से रेत का अवैध कारोबार लगातार जारी: एसडीएम राकेश परमार ने 1100 फीट रेत की सीज

लवकुशनगर। अनुविभागीय अधिकारी राकेश परमार ने आज बंसिया थाना क्षेत्र अंतर्गत हर्रई खदान एवं क्षेत्र का निरीक्षण किया जिसमे उन्होंने खदान के ऊपर और रोड के किनारे पड़े बालू के अवैध डंप जप्त किये तो वंही बंसिया रोड पर एक अवैध बालू  से भरे ट्रैक्टर ट्राली को भी जप्त किया जानकारी के मुताबिक जैसे ही पानी बरसना बन्द हुआ और नदी का पानी कम हुआ वैसे ही बालू माफियाओं ने हर्रई नदी में एलएनटी मशीन उतारकर बालू का अवैध उत्खनन करना सुरु कर बालू को डम्प करके डम्फर और ट्रैक्टरों से बेचने लगे नदी से प्रतिदिन कम से कम 40 से 50 ट्रैक्टर अवैध बालू भरकर लवकुशनगर और चंदला जाते है अवैध उत्खनन की जानकारी नवागत एसडीएम राकेश परमार को लगी जिसमे आज एसडीएम ने राजस्व और पुलिस अमले को साथ लेकर हर्रई खदान का निरीक्षण किया जन्हा पर माफियाओं ने पहले से ही नदिया से मशीन हटाकर दूसरी जगह रखवा दी थी नदी में बालू का अवैध उत्खनन होता हुआ नही मिला लेकिन नदी के ऊपर बन्धान और रोड के बालू के अवैध डम्प दले हुए मिले जिन्हें प्रशासन ने जप्त कर सीज कर दिया है। गौरतलब हो कि लवकुशनगर तहसील में रेत का ठेका निरस्त होने के बाद से भी रेत का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।

जप्त किया गया अवैध डंप

पुलिस प्रशासन एवं खनिज विभाग की मिली भगत से रेत का अवैध कारोबार लगातार हो रहा है। नए एसडीएम राकेशपरमार के आने के बाद् पहली बार यह कार्यवाही की गई है। हालांकि लवकुशनगर एसडीएम रेत माफियों के खिलाफ अगर इसी तरह की कार्यवाही करते रहे तो वह अधिक दिन तक लवकुशनगर तहसील में नहीं टिक पाएंगे। क्योंकि रेत माफियों की सांठगांठ छतरपुर जिले के वरिष्ठ अध्ािकारियों से लेकर भाजपा के संगठन और मप्र सरकार के मंत्रियों के साथ है। जिसके चलते ही जिले में रेत का ठेका निरस्त कर रेत ठेकेदारों को अवैध रेत खनन करने का पूरा अवसर दिया गया है। आज भी लवकुशनगर तहसील के अंतर्गत कई रेत खदानों से रेत निकालकर पहले डंप की जाती है और उसके बाद से निरंतर रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है। कुछ समाचार पत्रों में समाचार प्रकाशित होने पर छोटी मोटी कार्यवाही कर प्रशासन वाहवाही लूटने का प्रयास करता है। अब देखना है कि लवकुशनगर एसडीएम रेत माफियों के खिलाफ क्या लगातार कार्यवाही कर पाते हैं और रेत का अवैध कारोबार रोक पाते हैं। हालांकि जिले क कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह और पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने कभी भी लवकुशनगर क्षेत्र में रेत खदानों पर मौके पर जाकर निरीक्षण नहीं किया। जिससे यह प्रतीत होता है कि इन दोनों अधिकारियों की रेत माफियों से सांठगांठ है। कांग्रेस नेताओ ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर आरोप् लगाया है। 

एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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