पीठ पर 15kg वजन उठा घर पर की प्रैक्टिस, तीन माह बाद हिमाचल की सबसे ऊंची चोटी पर फहराया तिरंगा, रचा इतिहास

बुरहानपुर: सपनों में उड़ान होती है इस बात को मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के लालबाग क्षेत्र के वृंदावन कॉलोनी में रहने वाले एक युवक ने चरितार्थ कर कर दिखाया है. युवक का सपना था कि मैं हिमाचल की सबसे ऊंची पहाड़ी पर भारत का तिरंगा फहराऊ और उसने 3 महीने तक अपने घर पर प्रैक्टिस की स्वास्थ्य परीक्षण करवाया. इसके बाद 8 दिन में यह काम पुरा कर इतिहास रच दिया.
15 केजी वजन उठा घर पर की प्रैक्टिस
लोकल 18 से खास बातचीत में एमबीए की पढ़ाई करने वाले आकाश अग्रवाल ने बताया कि में बचपन से ही ऊंची पहाड़ियों पर जाने सोचता था. समय आया और मुझे शौक सा चढ़ गया. मैंने पढ़ाई के साथ-साथ ऊंची पहाड़ियों पर घूमने लगा. मैं यह सातवीं बार ऊंची पहाड़ी पर पहुंचा हूं. हिमाचल की चाउ चाउ कांग निल्डा पहाड़ पर चढ़ने के लिए मैंने अपने घर पर 3 महीने तक रोज प्रैक्टिस की. 15 किलो वजन अपनी पीठ पर बांधकर में प्रैक्टिस करता था. जिसके बाद मेने अनुमति ली और इस पहाड़ पर चढ़कर भारत का तिरंगा लहरा दिया. मेरे साथ 9 सदस्य थे. अब मैं आगे उत्तराखंड की पहाड़ियों पर जाने का मन बना रहा हूं. 21 हज़ार फीट ऊंची पहाड़ी पर 16 किलोमीटर का सफर 8 दिन में तय किया.
युवक को है ऊंची पहाड़ियों पर चढ़ने का शौक
आकाश अग्रवाल का कहना है अभी मेरी अभी 30 साल उम्र है. मैं हिमाचल और लद्दाख की छह पहाड़ियों और घूम चुका हूं. मुझे ऊंची पहाड़ियों पर चढ़ने का शौक है. अब मैं उत्तराखंड की सबसे ऊंची पहाड़ी पर चढ़ने के लिए प्रैक्टिस कर रहा हूं वहां पर चढूंगा.
FIRST PUBLISHED : June 17, 2024, 21:31 IST
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