Indore connection of Congress’s tweet | इंदौर स्टेशन का प्लेटफॉर्म टिकट 50 रु. बताने पर विवाद: कांग्रेस के राष्ट्रीय हैंडल ने किया था पोस्ट; ‘भास्कर’ ने किया रिएलिटी चेक – Indore News

इंदौर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म टिकट को लेकर कांग्रेस और रेलवे आमने-सामने हो गया है। कांग्रेस के ऑफिशियल हैंडल (X) से पोस्ट हुए VIDEO से इस विवाद की शुरुआत हुई है। कांग्रेस ने VIDEO में इंदौर जंक्शन के रेलवे टिकट का फोटो डालते हुए उसे 50 रुपए का बता
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दैनिक भास्कर ने इंदौर जंक्शन के प्लेटफार्म टिकट पर कांग्रेस और DRM रतलाम के दावों का रिएलिटी चेक किया तो सच सामने आ गया।
पहले वह पोस्ट देखिए, जो कांग्रेस ने ऑफशियल हैंडल से की
कांग्रेस द्वारा रविवार रात 7 बजे वीडियो पोस्ट किया गया है। अकेले X पर अब तक छह लाख लोग देख चुके हैं। टिकट पर 17 मार्च 2020 की तारीख दर्ज है। यानी चार साल पुराना टिकट बताकर इसे पोस्ट किया है। इसमें प्लेटफॉर्म का जिक्र करते हुए 50 रुपए लिखा गया है।
जवाब में रेलवे ने रात में ही सफाई दी, कहा- कहीं भी 50 रु. नहीं है प्लेटफॉर्म टिकट
रेलवे की ओर से DRM रतलाम ने रविवार की रात 10 बजे संज्ञान लिया गया। इस पोस्ट का जवाब भी दिया। रेलवे ने रिट्वीट करते हुए लिखा कि ‘देश में कहीं भी प्लेटफॉर्म टिकट 50 रुपए का नहीं है।’
हालांकि, यहां एक पेंच सामने आ रहा है। DRM द्वारा पोस्ट किए गए टिकट का फाॅर्मेट और रेट कांग्रेस द्वारा इस्तेमाल टिकट और रेट से अलग ही है। सबसे बड़ा अंतर तारीख का भी है। 5 साल का अंतर दर्ज है।

‘भास्कर’ ने कांग्रेस और रेलवे दोनों के दावे चेक किए तो सामने आया सच
इंदौर के रेलवे स्टेशन को लेकर शुरू हुए विवाद को लेकर दैनिक भास्कर ने रिएलिटी चेक की। प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर एक शख्स मिले जो अपने परिवारजन को स्टेशन छोड़ने आए थे। उन्होंने प्लेटफॉर्म टिकट खरीद रखा था। उन्होंने बताया कि महीने में दो से तीन बार आना पड़ता है। 1 साल से तो 10 रुपए ही दे रहा हूं। यही बातें अन्य यात्रियों ने भी स्वीकार की है।
टीम जब इंदौर प्लेटफॉर्म नंबर 1 के टिकट काउंटर से प्लेटफॉर्म का टिकट खरीदा तो उसके बदले 10 रुपए कीमत बताई गई। बनाने वाले स्टाफ ने कहा कि क्या यहां पर 50 रूपए का प्लेटफॉर्म टिकट है तो कहा कि दो साल से तो 10 रुपए में ही दे रहा हूं।

17 जून को इंदौर स्टेशन पर टीम ने प्लेटफॉर्म टिकट खरीदा जो 10 रुपए का ही मिल रहा है। यानी वर्तमान में टिकट का रेट 50 रुपए कतई नहीं है।
तो सवाल है कि कांग्रेस ने फर्जी प्लेटफॉर्म टिकट पोस्ट किया?
कांग्रेस ने जो प्लेटफॉर्म टिकट वीडियो में इस्तेमाल किया है, वह कोरोनाकाल के वक्त का है। टिकट पर 17 मार्च 2020 की तारीख दर्ज है। हमने चेक करने के लिए पुरानी खबरें देखीं तो हमें ऐसी कई खबरें मिली हैं जिसमें कोरोनाकाल में देश के कई स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की दरें बढ़ाकर 50 रुपए कर दी गईं थीं। इनमें इंदौर स्टेशन भी शामिल था। इसके पीछे तर्क दिया कि कोरोनाकाल में सोशल डिसटेंस बनाए रखने के लिए यह प्रयोग किया गया था।
हालांकि, कोरोनाकाल से बाहर निकलने के बाद स्टेशनों पर टिकट पूर्व की तरह 10 रुपए कर दिया गया था।

रतलाम डीआरएम की चिट्ठी, जो कई मीडिया हाउसेस की खबरों में हमें लगी मिलीं।

कोरोनाकाल में प्लेटफॉर्म टिकट का रेट बढ़ने वाले रतलाम मंडल के स्टेशनों की लिस्ट के 100 नामों में 38वें नंबर पर इंदौर भी दर्ज मिला।
तीन साल पहले छपी खबरें, जिसमें प्लेटफॉर्म टिकट को 50 रु. से 30 और फिर 10 रुपए करने का जिक्र है – पूरी खबर पढ़ें

तीन साल पहले रेट पूरी तरह वापस ले लिए गए हैं। अब पूर्ववत 10 रुपए में ही इंदौर स्टेशन पर टिकट मिल रहा है।
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