Hundreds of villagers are worried about the incomplete bridge | अधूरे पुल को लेकर चिंता में सैकड़ों ग्रामीण: बारिश के पहले नहीं बना पुल तो बंद हो जाएगा दर्जनों गांव का आवागमन – Damoh News

दमोह जिले के झलोन से तारादेही मार्ग पर चल रहे पुल निर्माण का काम यदि बारिश से पहले पूरा नहीं हुआ, तो बारिश में दर्जनों गांव का आवागमन बंद हो जाएगा। मानसून आने वाला है और किसी भी दिन तेज बारिश शुरू हो सकती है। पुल का निर्माण पूरा नहीं हुआ। ऑप्शनल मार्
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कुटीर नाले पर हो रहा निर्माण
झालोन से धनेटा, बिसानाखेड़ी सहित दर्जनों गांव के राहगीर पिछले वर्ष तक कुटीर पुल से अपना आवागमन करते थे। हालांकि, नए पुल निर्माण होने के चलते ठेकेदार ने पुल तोड़कर नदी से आवाजाही के लिए मार्ग बना दिया है। आज के हालात देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि अभी पुल का काम पूरा करने में एक महीने से अधिक का समय लग जायेगा। मानसून आने में कुछ ही दिन बचे हैं। जिस धीमी गति से पुल का निर्माण चल रहा है उस हिसाब से पुल निर्माण में कई महीने लग जाएंगे।
इस पुल से ही झलोन, धनेटा, बिसानाखेड़ी, उमरिया, ओरियामाल, हरदुआ, ससना, सर्रा और तारादेही का आवागमन होता है। हालांकि, इस साल पुल निर्माण होने के बाद ठेकेदार ने पुराना पुल तोड़ दिया। अब ग्रामीणों को पुल अधूरा होने का भय सताने लगा है। कई लोगों ने तो पुल निर्माण कार्य धीमी गति से चलने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराई है। पहले निर्माण कंपनी ने कोई ध्यान नहीं दिया और अब जब बारिश का समय आ गया है। पुल के दोनों तरफ बसे गांव के लोग यह कहने लगे है इस बारिश बारिश के दिनों में परेशानी होगी। क्योंकि पुल आज भी अधूरा पड़ा है।
झलोन निवासी बट्टू खान, बिसानाखेडी निवासी भीकम यादव सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया की निर्माण कार्य जिस गति से हो रहा है उसके अनुसार बारिश के पहले पुल का निर्माण होना संभव नहीं है। क्योंकि पुल पर तीन कालम का निर्माण होना है जबकि अभी दो का हुआ है तीसरे कालम का निर्माण अधूरा है। यदि इस पर स्लैब होता है, तो उसको पक्का होने में भी 21 दिन लगते है।
वर्तमान में बारिश का कोई ठिकाना नहीं कब हो जाए और जिस दिन तेज बारिश हो गई उसी दिन दर्जनों गांव का आवाजाही ठप हो जाएगा। तेंदूखेड़ा एसडीएम अभिनाष रावत का कहना है मैं अभी निर्माण एजेंसी को निर्देश देता हूं की पुल का कार्य जल्दी पूरा करे। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के प्रभारी खेमचंद कोरी का कहना है कि दो तीन दिन में स्लैब डाल दिया जाएगा। उनका पूरा प्रयास है कि बारिश के पहले पुल निर्माण पूरा हो जाए।
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