‘पत्नी का फेवरेट लहंगा लूंगा, फिर चलेंगे वादियों में…’ जेल से निकलते ही शख्स पहुंचा घर, जैसे ही खोला गेट, फटी रह गई आंखें

Delhi Criminal Love Story. वह 27 साल का था, जब पुलिस ने पहली बार उसे कोरोना माहामारी के दौरान हत्या के केस में गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल में भेज दिया था. वह जेल में अपनी पत्नी के फोन कॉल से ज्यादा बाहर निकलने का इंतजार कर रहा था. जेल में दोनों को हफ्ते में दो बार मिलने की इजाजत मिली. प्यार वाली बातें होती थीं- ‘रुको, एक बार जेल से बाहर आने दो मुझे, तुझे पहाड़ों पर ले चलूंगा…., तुझको वो वाला लहंगा भी खरीद कर दूंगा…, समय बीतता गया और फोन के साथ उसका (पत्नी) जेल में मिलने आना भी कम हो गया. ‘आकाश भाईडा’ की कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है. पिछले साल, 2023 में आखिरकार वह जेल से आजाद हुआ. जेल से बाहर निकलने से ज्यादा उसे अपनी पत्नी से मिलने की बहुत खुशी थी.
आकाश जेल से निकलने के बाद, पत्नी से मिलने में देरी नहीं करना चाहता था, सीधे वह फ्लॉवर के शॉप पर गया, बड़े ही प्यार से फूलों का बूके लेकर घर पहुंचा, डोर बेल बजाई फिर एक ही पल में उसकी सारी खुशी चेहरे से गायब हो गई. वह घर में नहीं थी, निराश हो कर इधर-उधर बेतहाशा उसकी खोज की, वह नहीं मिली. फिर कुछ समय बाद पता चला कि वह उसे छोड़ कर उसके पहले के साथी, जो कि एक बहुत बड़ा कॉन्ट्रेक्ट किलर बन चुका है, राजन के साथ रहने लगी है. गुस्सा सातवें आसमान पर था… वह तुरंत उसे मार देना चाहता था, बदले की आग में जल रहा था, लेकिन राजन कोई छोटा-मोटा आदमी नहीं था, एक बड़े गैंगस्टर का राइट हैंड था, जिसे जेल में कैद गैंगस्टर लॉरेंस बिस्नोई का प्रोटेक्शन मिला हुआ था.
गैंग बनाने की पूरी तैयारी
आकाश के पास राजन से बदला लेने और अपनी पत्नी को पाने की उसके पास कोई उपाए नहीं था, लेकिन कहते हैं ना कि बदले की आग इंसान से कुछ भी करवा सकती है, ऐसा ही कुछ आकाश के साथ हुआ. बड़े गैंग के मेंबर से बदला लेने के लिए उसने अपनी गैंग बनाने की ठानी और ‘युद्ध की घोषणा’ कर दी. उसने दिल्ली एनसीआर में डकैती और जबरन वसूली का नेटवर्क शुरू कर दिया. गैंग बन चुकी थी, वह राजन की रेकी करने लगा, उसे राजन के बारे में इनपुट मिली. 1 सितंबर 2023 को उसकी राजन से सामना हुई, फिर आकाश ने कालिंदी कुंज के उसके घर में आग लगा दी, हालांकि राजन किसी तरह जान बचाकर भाग गया. आकाश का पहला अटैंप्ट फेल हो गया.
पहला अटैंप्ट फेल होने पर फिर से तैयारी में लगा
आकाश का बदले का पहला अटैंप्ट फेल होने के बाद उसका ‘मैनहंट’ जारी रहा और वह पहले से भी ज्यादा गुस्से की आग में जल रहा था. लगभग 7 महीने की खोज और रेकी करने के बाद 2 दिन पहले ही उसे राजन की दोबारा लोकेशन मिली. वह अपनी गैंग से फोन बात करते हुए पूरी प्लानिंग कर रहा था. मिशन को अंजाम देने की तैयारी चल ही रही थी कि पुलिस को इसकी भनक लग गई, फिर क्या आकाश अपना बदला पूरा करता, रास्ते में पुलिस आ गई, जिससे वह बेपरवाह था. राजन को मारने का दूसरा अटैंप्ट भी फेल हो गया.
पुलिस पहले से तैयारी में थी
एसीपी नरेश सोलंकी के नेतृत्व में एक टीम तैयार की गई थी. पुलिस की उसे गिरफ्तार करने की तैयारी उसके कालिंदी कुंज वाले कांड के बाद से ही चल रही थी. सोलंकी ने बताया कि आकाश उर्फ काना के खिलाफ कई केस पहले से ही दर्ज थे. पुलिस ने बाताया कि पूछताछ के दौरान आकाश ने अपनी पूरी कहानी बताई और उसने यह भी बताई की एक आंख होने की वजह से उसके दोस्त काना-काना (एक आंख वाला) कर चिढ़ाते थे. पुलिस ने बताया कि राजन और आकाश कभी जिगरी दोस्त हुआ करते थे.
Tags: Crime story, Delhi police, Love Story
FIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 17:29 IST
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