हांगकांग, इंडोनेशिया, बैंकॉक और दुबई जाता-आता था युवक, गुड़गांव में था बसेरा, रांची पुलिस ने पकड़ा तो सारा राज खोल दिया, 4 करोड़ के ट्रांजेक्शन का हुआ खुलासा China connection of cyber crime case 5 arrested names of Hong Kong based cyber criminals also came to light

साइबर क्राइम का चाइना कनेक्शन आया सामने, पांच गिरफ्तार.हांगकांग बेस्ड साइबर अपराधियों की भी संलिप्तता आई सामने.
रांची. झारखंड की राजधानी रांची में साइबर ठगी का चीन से कनेक्शन सामने आया है. सीआईडी ने कार्रवाई करते हुए पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनमें हरमू रोड के किशोरगंज का योगेश अग्रवाल, हरमू हाउसिंग कॉलोनी का आशीष कुमार, पंडरा का अंकित कुमार अग्रवाल समेत विशाल वर्मा और विशाल शर्मा है. सीआईडी जांच ने ये बाते सामने आई है कि ये साइबर ठग चीन के साइबर अपराधियों की मदद से फर्जी कंपनियां बनाकर उनमें साइबर के पैसे का ट्रांजेक्शन किया करते थे.
वहीं, जांच में यह खुलासा हुआ कि योगेश गिरोह का मास्टरमाइंड है और सीधे तौर पर चीनी साइबर अपराधियों के संपर्क में था. उसके मोबाइल से कई चैट भी मिले हैं. वहीं, ठगी के इस्तेमाल किए जानेवाले APK फाइल भी उसके टेलीग्राम एप पर मिले हैं. योगेश के एक कॉरपोरेट बैंक अकाउंट में एक दिन में 4 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन मिले हैं. योगेश के साथ गिरफ्तार चार अन्य साइबर अपराधी फर्जी कंपनियां चलाकर लोगों को फंसाते थे. लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए सीबीआई, टीआरएआई और दिल्ली पुलिस बनकर फर्जी कॉल करते थे.
मामले की जानकारी देते हुए सीआईडी साइबर सेल की डीएसपी नेहा बाला ने बताया की ये लोग फर्जी वेबसाइट में लोगों का पैसा इन्वेस्ट कराते थे. जिनमें इन्हें उनके पैसे का प्रॉफिट नजर आता था और उसी के कारण लोग लगातार उसमे इन्वेस्ट करते थे. ऐसे ही 2 मामले सीआईडी के साइबर सेल को मिले जिसके बाद मामले की जांच के बाद इस नेक्सस को डिकोड किया गया और मामले में 5 आरोपियों को दबोचा गया. वहीं, उन्होंने बताया कि इस मामले में हांगकांग बेस्ड कुछ और भी आरोपियों का नाम सामने आया है जो इंडिया के इस तरह के फ्रॉड का संचालन करा रहे हैं.
वहीं, मामले में सीआईडी साइबर सेल की डीएसपी नेहा बाला ने बताया कि योगेश अग्रवाल रांची का रहनेवाला है, लेकिन वो गुड़गांव में रहा करता था और हांगकांग, इंडोनेशिया, बैंकॉक, दुबई जैसे देशों में आया जाया करता था. वहीं, उन्होंने बताया कि इस सिंडिकेट के अबतक 11 फर्म ट्रेस किए गए हैं जिसके जरिए साइबर ठगी की जाती थी.
बता दें कि सीआईडी साइबर सेल के पास दो की आए थे, जिनमें साइबर अपराधियों ने रांची के एक व्यक्ति को अवैध ट्रांजेक्शन करने के नाम पर ब्लैकमेल किया. अलग-अलग बैंक खातों में 26.97 लाख रुपये वसूले. वहीं, दूसरे व्यक्ति को इंस्टाग्राम पर निवेश का ऑफर दे वर्चुअल नंबर से संपर्क किया और ज्यादा लाभ का लालच देकर 26.90 लाख रुपये वसूले. साइबर थाना पुलिस ने जांच की तो रांची, हरियाणा के गुड़गांव के पते पर निबंधित फर्जी कंपनियां सामने आईं.
FIRST PUBLISHED : June 8, 2024, 19:19 IST
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