अजब गजब

OTA Gaya : किसान का बेटा सेना में बना अधिकारी, संघर्ष के बाद पायी सफलता, आज मिला कमीशन

गया. ओटीए गया में आज जेंटेलमैन केडेट्स (जीसी) की पासिंग आउट परेड हुई. भारतीय सेना को आज 118 नये जांबाज अफसर मिल गए. वैसे तो हर जीसी की अपनी योग्यता और कामयाबी है. लेकिन हम यहां बताने जा रहे हैं इनमें शामिल एक ऐसे नये अफसर की कहानी, जो खेती किसानी के माहौल से आया है. वो एक किसान का बेटा है.

बिहार के गया स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी में आज 8 जून को पासिंग आउट परेड हुई. उसके बाद पीपिंग सेरेमनी की गई. पीपिंग सेरेमनी के बाद 118 ऑफिसर्स कैडेट कमीशन किए गये और सेना में अधिकारी बन गए. 118 कैडेट्स में तीन कैडेट बिहार के रहने वाले हैं. इनमें से एक अविनाश कुमार हैं जो नालंदा जिले के इस्लामपुर प्रखंड क्षेत्र के कोविल गांव के रहने वाले हैं. अविनाश एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनके पिताजी खेती किसानी करते हैं. उनकी माता गृहणी है.

ऐसे मिली कामयाबी
अविनाश के लिए सेना में अधिकारी बनने तक का सफर काफी परेशानी भरा रहा. मैट्रिक की परीक्षा इस्लामपुर से ही पूरी करने के बाद इंटरमीडिएट की पढ़ाई गया में स्थित महेश सिंह यादव कॉलेज से की. इंटरमीडिएट की पढ़ाई के दौरान अविनाश डिफेंस की तैयारी कर रहे थे.2009 में ही इनका चयन भारतीय सेना में हो गया और गया आर्मी कैंप में ही इनकी भर्ती हुई थी. सेना में जाने के बाद भी इन्होने तैयारी जारी रखी और पहले ही प्रयास में एससीओ में चयन हो गया. इसके पहले पांच और परीक्षाएं दी थीं लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली.

गौरव के पल
अविनाश ने खुशी जाहिर करते हुए कहा यह उनके लिए गौरवान्वित करने वाला दिन है. बिहार के जिस जिले से इन्होंने पढ़ाई की थी वहीं से इन्हें सेना में अधिकारी बनने का अवसर मिला है. उन्होंने बताया उनके पिताजी किसान हैं और खेती किसानी कर घर के सभी बच्चों को पढ़ाया लिखाया. उन दिनों पढ़ाई लिखाई में काफी परेशानी होती थी. गया में ही किराए का रूम लेकर पढ़ाई करते थे. अविनाश चार भाई बहन हैं. इनकी पत्नी का नाम पूजा कुमारी है. उन्होंने बताया सेना में अधिकारी बनने तक का सफर काफी मुश्किल रहा .लेकिन अब सब आसान हो गया है.

माता पिता का गर्व
बेटे की इस उपलब्धि पर अविनाश के माता-पिता ने बताया आज उनके लिए गौरवान्वित करने वाला दिन है. उन्हें काफी गर्व है कि उनके बेटे ने सेना में अधिकारी बनकर जिले ही नहीं बल्कि पूरे बिहार का नाम रोशन किया है. काफी परेशानी झेलकर इन्होंने सेना में नौकरी पाई है.

Tags: Gaya news today, Local18, Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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