Three people died in a dispute that started with a molestation case | 2019 में छेड़छाड़, तीन की मौत और 22 आरोपी: चाचा-भतीजे की हत्या की तो युवती ने गाड़ी से लगाई छलांग; कांग्रेस के बाद भाजपा भी मिलेगी – Sagar News

2019 में छेड़छाड़ से शुरू हुए विवाद में अब तक एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो चुकी है। 22 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसमें दो युवकों की पीट-पीटकर हत्या के बाद छेड़छाड़ की पीड़ित युवती ने चलती गाड़ी से छलांग लगाकर जान दे दी। जिन तीन लोगों की मौत हुई ह
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सागर जिले का बरोदिया नौनागिर गांव में पांच साल के अंदर घटे इस पूरे मामले में अब राजनीति भी जमकर गर्माई हुई है। कांग्रेस के बाद भाजपा ने भी मोर्चा खोल दिया है। पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह तो अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिलने वाले हैं।
अब आपको इस मामले के बारे में सिलसिलेवार बताते हैं
2019 में छेड़छाड़, 2023 में भाई की हत्या
सागर के बरोदिया नौनागिर गांव में वर्ष 2019 में अंजना ने गांव के ही चार लोगों के खिलाफ छेड़छाड़, मारपीट का मामला दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने गांव के ही तीन ठाकुर और एक रैकवार युवक को आरोपी बनाया था। राजीनामा कराने को लेकर 24 अगस्त 2023 की रात आरोपी ठाकुर परिवार साथियों के साथ अंजना के भाई नितिन अहिरवार के घर पहुंचा था।
इसके बाद बरोदिया नौनागिर बस स्टैंड के पास लालू उर्फ नितिन अहिरवार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। बीचबचाव करने आई उसकी मां को भी निर्वस्त्र कर पीटा। मृतक के घर में घुसकर तोड़फोड़ की गई थी। पुलिस ने नौ नामजद समेत चार अन्य आरोपियों के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था। मामले के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया था।

अंजना के चाचा राजेंद्र की हत्या के बाद शव को अस्पताल में लाया गया।
2024 में चाचा की हत्या, भतीजी ने गाड़ी से कूदकर दी जान
25 मई 2024 की रात बरोदिया नौनागिर में नितिन हत्याकांड के गवाह राजेंद्र पिता रामसेवक अहिरवार उम्र 24 साल के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की। मारपीट में गंभीर घायल राजेंद्र को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। भोपाल ले जाते समय राजेंद्र की मौत हो गई।
26 मई रविवार को राजेंद्र अहिरवार के शव का पोस्टमॉर्टम बीएमसी सागर में किया गया। पीएम के बाद शव वाहन में शव लेकर परिवार के लोग गांव जा रहे थे। शव वाहन में भतीजी अंजना उम्र 23 साल निवासी बरोदिया नौनागिर भी सवार थी। गांव से करीब 20 किमी दूर खुरई में आचार्य विद्यासागर तिराहे के पास अचानक अंजना शव वाहन से कूद गई। गंभीर चोटें आने से अंजना की मौत हो गई।
दो मौतों के बाद गांव में तनाव, पुलिस बल तैनात
एक दिन छोड़कर चाचा-भतीजी की मौत की खबर लगते ही गांव में सनसनी फैल गई। गांव में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। इसको लेकर गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। रविवार को राजेंद्र का अंतिम संस्कार किया गया तो सोमवार को अंजना का अंतिम संस्कार किया गया।
अंजना की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह बरोदिया नौनागिर पहुंचे थे। क्योंकि वर्ष 2023 के नितिन हत्याकांड के समय पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर अंजना से राखी बंधवाई थी।

राजेंद्र की हत्या के मामले में यह लिखा है एफआईआर में
खुरई थाने में मृतक राजेंद्र के पिता रामसेवक अहिरवार निवासी बरोदिया नौनागिर की शिकायत पर पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था। उन्होंने एफआईआर में लिखवाया- मैं ग्राम बरोदिया नौनगिर में रहता हूं। मजदूरी करता हूं। 25 मई की रात करीब 8.45 बजे की बात है। मैं अपने घर पर था, तभी मुझे पता चला कि लड़के राजेंद्र का झगड़ा हो गया है। मारपीट से घायल होने से खुरई अस्पताल ले गए हैं। वहां से सागर रेफर कर दिया है।
मैं बीएमसी अस्पताल सागर पहुंचा तो मेरी परिवार की नातिन अंजना अहिरवार ने बताया कि 25 मई की रात करीब 8.45 बजे राजेंद्र चाचा का फोन आया बोले कि लड़ाई हो रही है। आशिक कुरैशी, बबलू बेना, इसराइल बेना, फहीम खान, टंटू कुरैशी ये लोग हमसे मारपीट कर रहे हैं। फिर मुझे विकास ने फोन करके बताया कि राजेंद्र चाचा की लड़ाई पप्पू रजक के यहां हो रही है। आशिक कुरैशी, बबलू बेना, इसराइल बेना, फहीम खान, टंटू कुरैशी सभी कुल्हाड़ी और डंडों से मारपीट कर रहे हैं।
विकास बता रहा था कि मैं व मझला कोरी ने देखा है कि पप्पू रजक के घर पर आशिक कुरैशी लोग मारपीट कर रहे हैं। आशिक कुरैशी व राजेंद्र चाचा की पुरानी रिपोर्ट जो कि खुरई शहर थाने में हुई थी। उस पर से विवाद चल रहा था। फिर मैंने फोन से पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस के आने पर राजेंद्र चाचा को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल खुरई ले गए थे। वहां से सागर रेफर कर दिया है।
राजेंद्र चाचा को सिर, दोनों कानों, मुंह, दोनों हाथ के कोंचा, दोनों पैर के पंजों में चोटें हैं। सिर व कान से खून निकल रहा है। आशिक कुरैशी, बबलू बेना, इसराइल बेना, फहीम खान, टंटू कुरैशी ने जान से मारने के मकसद से राजेंद्र चाचा को कुल्हाड़ी व डंडों से मारा है। मारपीट में राजेंद्र चाचा का मोबाइल भी टूट गया है। इसराइल खान ने पुरानी 302 की रिपोर्ट पर से मारा है। मामले में राजेंद्र की मौत के बाद पुलिस ने हत्या की धारा बढ़ाई है।

अंजना ने चाचा राजेंद्र की हत्या के बाद लगाए थे आरोप
अंजना ने कहा था कि 24 अगस्त 2023 को मेरे भाई नितिन अहिरवार की हत्या कर दी गई थी। राजेंद्र चाचा भाई की हत्या के मामले में गवाह थे। आरोपी लालू खान और गोलू अंदर है। उनके पापा अक्सर चाचा को धमका रहे थे कि मेरे पक्ष में गवाही देना, नहीं तो जान से मार देंगे। शनिवार की रात मैंने चाचा को फोन किया तो शोर-शराबे की आवाज आ रही थी। चाचा ने बताया कि ये लोग मुझे मार रहे हैं। उन्होंने मुझे कुछ लोगों के नाम बताए। जिसके बाद उनका मोबाइल उन्होंने तोड़ दिया। मैंने उनके परिवार वालों को सूचना दी। परिवार के लोग मौके पर पहुंचे। पुलिस को सूचना दी। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।
राजेंद्र चाचा को घायल अवस्था में पुलिस ने खुरई अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से सागर रैफर कर दिया। सागर से भोपाल रैफर कर दिया। भोपाल ले जाते समय रास्ते में विदिशा के पास चाचा खत्म हो गए। उन्होंने कुल्हाड़ी और डंडों से चाचा के साथ मारपीट की। दोनों हाथ-पैर फ्रैक्चर हो गए थे। सिर में गहरी चोट आई थी। कान, नाक से खून आया। खून की उल्टियां भी हुई थी। अंजना ने कहा था कि मामले में आरोपियों के मकान तोड़े जाए। 24 घंटे के अंदर सभी आरोपी गिरफ्तार हों।

अंचना, चाचा राजेंद्र के मारपीट में घायल हो जाने के बाद अस्पताल लेकर पहुंची थी।
राजेंद्र की हत्या की रात पप्पू रजक से हुई थी मारपीट
जिस रात राजेंद्र की हत्या हुई। उसी रात राजेंद्र ने पप्पू रजक के साथ मारपीट की थी। खुरई अस्पताल में भर्ती घायल पप्पू पिता आलम रजक (53) निवासी बरोदिया नौनागिर ने बताया कि करीब 6 माह पहले राजेंद्र और विष्णु ने मेरे साथ मारपीट की थी। मारपीट में हाथ टूट गया था। ऑपरेशन होने के बाद हाथ ठीक हुआ था। इसी मामले में राजेंद्र राजीनामा करने का दबाव बना रहा था। राजीनामा नहीं करने की बात को लेकर शनिवार की रात घर आकर मारपीट की थी। इसी दौरान कुछ अन्य लोगों ने राजेंद्र अहिरवार पर हमला कर दिया। उसके साथ मारपीट की।

नितिन हत्याकांड में गांव के लंबरदार और उनके दो बेटे थे आरोपी
एक साल पहले 2019 के छेड़छाड़ के मामले में राजीनामा करने के दबाव बनाने को लेकर हुए विवाद में अंजना के भाई नितिन अहिरवार की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शिकायत पर पुलिस ने गांव के लंबरदार कोमल सिंह ठाकुर और उनके दो बेटे विक्रम ठाकुर और आजाद ठाकुर को आरोपी बनाया था। कोमल सिंह की पत्नी वर्तमान में ग्राम पंचायत की सरपंच हैं। वहीं कोमल सिंह पूर्व जनपद उपाध्यक्ष हैं। इसके अलावा इस्लाम खान उम्र 37 साल, गोलू उर्फ सुशील कुमार सोनी उम्र 36 साल, अनीश खान उम्र 28 साल, गोलू उर्फ फरीम खान उम्र 22 साल, अभिषेक रैकवार उम्र 18 साल, अरबाज खान उम्र 19 साल सभी निवासी बरोदिया नौनागिर समेत अन्य आरोपी शामिल थे।

सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी अंजना के घर पहुंचे और परिजनों से बात की।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी पहुंचे थे गांव
इस पूरे मामले को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह बरोदिया नौनागिर पहुंचे थे। उन्होंने प्रशासन से आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद पुलिस ने गांव में पुलिस बल तैनात किया था। पीड़ित परिवार के घर के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। इसी बीच पीड़ित परिवार ने आरोपी पक्ष द्वारा मामले में राजीनामा करने के लिए धमकाने की शिकायत पुलिस में की थी। नितिन हत्याकांड का मामला न्यायालय में विचाराधीन है।

मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी पीड़ित परिवार से बातचीत की।
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सागर के बरोदिया नौनागिर की घटना के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी अंजना अहिरवार के परिवार से मिलने पहुंचे। परिजनों ने उन्हें घटना के समय के वीडियो और दस्तावेज दिखाए। साथ ही अंकित ठाकुर का नाम एफआईआर में जोड़ने और मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
चलती एंबुलेंस से कूदी युवती, मौत:चाचा का शव सड़क पर रख करना चाहती थी चक्काजाम
सागर जिले के खुरई में रविवार शाम 4 बजे 23 वर्षीय युवती चलती एंबुलेंस से कूद गई। ज्यादा चोटें आने की वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। एंबुलेंस में वह परिजन के साथ चाचा का शव लेकर अपने गांव आ रही थी। परिजन के मुताबिक, युवती के चाचा राजेंद्र अहिरवार पर पुराने विवाद में गांव के ही कुछ लोगों ने हमला किया था। इलाज के दौरान सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में उन्होंने दम तोड़ दिया था। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
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