मध्यप्रदेश

छत्तीसगढ़ में ‘आदिपुरुष’ को बैन करने गरमाई सियासत:केंद्रीय मंत्री रेणुका ने Cm भूपेश को किया ट्वीट – Politics On Movie ‘adipurush’ In Chhattisgarh For Ban, Union Minister Renuka Tweeted To Cm Bhupesh


फिल्म आदिपुरुष पर विवाद
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

विस्तार

प्रभास और कृति सेनन स्टारर फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर छत्तसीगढ़ की सियासत गरमाई हुई है। मामले में जहां कांग्रेस बीजेपी को घरेने में लगी हुई है। वहीं बीजेपी के कई नेता भी इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। कुछ खुलकर विरोध कर रहे हैं, तो कुछ दबी जुबान से। इसी बीच केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में प्रदेश के मुखिया सीएम भूपेश बघेल को ट्वीट करते हुए फिल्म पर बैन लगाने की बात कही है। 

केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने इस संबंध में लगातार दो ट्वीट किए हैं। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि ‘फिल्म आदिपुरुष, जो रामायण पर आधारित है। जिसमें हमारे आराध्य प्रभु श्रीराम, माता जानकी, वीर हनुमान एवं अन्य चरित्रों का फिल्मांकन जिस तरीके से किया गया है पात्रों के मुंह से जिस प्रकार से भद्दे डायलॉग्स बोले गये हैं इससे करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।’

दूसरे ट्वीट में लिखा कि ‘ मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel से आशा करती हूं कि  श्रीराम के ननिहाल में इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने जल्द ही आदेश करेंगे।’ 

कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को घेरा 

दूसरी ओर छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने इस फिल्म को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को घेरा है। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने विवादित फिल्म “आदिपुरुष” के समर्थन में अपने विरोध वाले पोस्ट को डिलीट किया? उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि फिल्म में डायलॉग देने वाला मनोज मुंतशिर पीएम मोदी और भाजपा का परम चटुकार है। ऐसे में अरुण साव अपने साहब का विरोध कैसे करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष का पद भी तो है। 

सीएम भूपेश ने ‘आदिपुरुष’ के किरदारों और डायलॉग को लेकर जताई  कड़ी आपत्ति

इससे पहले छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने 17 जून को ”आदिपुरुष’ के किरदारों और डायलॉग को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इस फिल्म के किरदारों और डायलॉग को लेकर आपत्ति जताई है। सीएम भूपेश बघेल ने रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि फिल्म में हनुमान जी से बजरंग दल जैसे शब्द बुलवाए गए हैं। हमारे जितने भी आराध्य देव हैं, उनकी छवि बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। पहले भगवान राम और हनुमान जी का भक्ति से सराबोर सौम्य चेहरा दिखाई देता था। इस प्रकार की तस्वीर हमारे पुरखों ने बनाई थी। 

‘भगवान राम को युद्धक राम और बजरंग बली को एंग्री बर्ड के रूप में दिखाया’

सीएम ने कहा कि बाल्यकाल से ही हमारा परिचय हनुमान से ज्ञान,शक्ति और भक्ति के प्रतीक के रूप में कराया गया है, लेकिन आजकल हम देख रहे हैं कि इस फिल्म में भगवान राम को युद्धक राम और बजरंग बली को एंग्री बर्ड के रूप में दिखाया गया है। जो बहुत क्रोधित हैं। आंखें लाल हैं, बाल बिखरे हुए हैं। इस प्रकार की कल्पना ना हमारे पूर्वजों ने की थी ना ही आज का समाज स्वीकार करता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में जो आदिपुरुष फिल्म आई है, उसके संवाद और भाषा अमर्यादित हैं। तुलसीदास ने रामायण में भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा है।  मर्यादित शब्दों का चयन किया गया है, लेकिन आदिपुरुष में हनुमान जी के पात्र का डायलॉग बेहद ही निम्न स्तर का है। राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री थे, तब उन्होंने रामानंद सागर से कहकर रामायण सीरियल बनवाया था, जो काफी लोकप्रिय हुआ। उस समय बाजार बंद हो जाता था, गाड़ियां रुक जाती थी, काम-धाम छोड़कर सब रामायण का इंतजार करते थे।

 

आदिपुरुष के बहाने भगवान राम और हनुमान की तस्वीर को  विकृत किया

सीएम ने कहा कि आदिपुरुष के बहाने भगवान राम और हनुमान की तस्वीर को पहले विकृत किया गया और अब उनके पात्रों से अमर्यादित शब्द बुलवाए गए हैं। हमारे आराध्य देव जिनके प्रति हमारी आस्था है, उनके पात्रों से ऐसा शब्द बुलवाना बेहद आपत्तिजनक है। इसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं। आज की पीढ़ी जो ये देखेगी, उस पर क्या प्रभाव पड़ेगा? शब्दों की मर्यादा भी खत्म हो गई है, लेकिन छोटी-छोटी बातों पर जो थिएटर बंद कराते थे। आग लगाते थे। आजकल वो मौन हैं। बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कथाकथित राजनीतिक दल के लोग जो धर्म के ठेकेदार बनते हैं। आखिर वे इस मामले में मौन क्यों हैं? कश्मीर फाइल्स और केरल स्टोरी को लेकर बीजेपी के नेता बयान देते रहे हैं, लेकिन आदिपुरुष को लेकर ये मौन क्यों हैं।

 ट्वीट कर केंद्र सरकार पर साधा निशाना

इसके बाद सीएम ने ट्वीट कर लिखा कि ‘मैंने ‘आदिपुरुष’ के बारे पढ़ा और सुना। अत्यधिक पीड़ा हो रही है कि आखिर कैसे सेंसर बोर्ड ने एक ऐसी फ़िल्म को सर्टिफिकेट दे दिया जो हमारी आस्था से खिलवाड़ कर रही है, हमारे आराध्य का मजाक उड़ा रही है। हमारे जितने भी आराध्य देव हैं पिछले कुछ सालों से जो हम देख रहे हैं भगवान श्री राम और बजरंगबली का जो सब में चेहरा है। ऐसे ही बाल्यकाल से हमारा परिचय हनुमान जी से ज्ञान भक्ति और के रूप में कराया गया लेकिन कल हम देख रहे हैं भगवान राम जिनको जो सोने जा रहा है उन्हें युद्धक राम और बजरंगबली को एंग्री बर्ड के तौर पर एंग्री बर्ड के तौर पर दिखाया जा रहा है। केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा।  हमारे भांचा राम का अपमान हम नहीं सहेंगे. ज़िम्मेदार लोग माफ़ी मांगे। 




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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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