अजब गजब

देश में स्टार्टअप के बाद अब यूनिकॉर्न और डेकाकॉर्न का तूफान, जानें वजह

क्रेडिड सुइस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि निजी इक्विटी कंपनियों से लगतार आ रही रकम से भारत में पूंजी की कमी से निपटने में काफी मदद मिली है.


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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